Thursday, May 15, 2014

UP Recruitment News :ओबीसी के 144 अभ्यर्थी बनेंगे इंजीनियर आठ महीने के संघर्ष के बाद जारी हुए नियुक्ति के आदेश

UP Recruitment News :ओबीसी के 144 अभ्यर्थी बनेंगे इंजीनियर
आठ महीने के संघर्ष के बाद जारी हुए नियुक्ति के आदेश

 
 Hataye Jaayenge 144 General Category Engineers / Termination going to happen for 144 General Category Engineers in Jal Nigam UP


लखनऊ। आठ महीने के लंबे संघर्ष के बाद अन्य पिछड़ा वर्ग के 144 अभ्यर्थी आखिरकार जल निगम के इंजीनियर बन जाएंगे। पिछले साल हुई भर्ती परीक्षा में अधिक अंक पाने के बावजूद पिछड़े वर्ग के इन अभ्यर्थियों को सामान्य वर्ग में सम्मिलित नहीं किया गया था। इस कारण अधिक अंक पाने के बाद भी इनकी नियुक्ति नहीं हो पाई थी। अब शासन के फरमान के बाद जल निगम ने नियुक्ति आदेश जारी किया कर दिया है।
पिछले साल जल निगम में 655 पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति प्रकाशित हुई थी। चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सितंबर- अक्तूबर में नियुक्ति आदेश जारी किए गए थे। इसके बाद यह मामला प्रकाश में आया कि जल निगम ने 25 मार्च 1994 को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से जारी शासनादेश ‘अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण’ का पालन नहीं किया। शासनादेश के प्रावधानों के तहत किसी आरक्षित श्रेणी से संबंधित कोई अभ्यर्थी योग्यता के आधार पर खुली प्रतियोगिता में सामान्य अभ्यर्थियों के साथ चयनित होता है तो उसे ऐसी श्रेणी केलिए आरक्षित रिक्तियों के प्रति समायोजित नहीं किया जाएगा। यानी आरक्षित श्रेणी का अभ्यर्थी अधिक अंक पाने पर सामान्य श्रेणी में माना जाएगा और आरक्षित पदों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इस प्रावधान के बावजूद जल निगम ने अधिक अंक पाने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग के 144 अभ्यर्थियों को सामान्य वर्ग में शामिल नहीं किया और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी शासनादेश को धता बताते हुए अपने हिसाब से आरक्षण के नियम तय कर लिए। उसने कुल पदों में 50 प्रतिशत पदों पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों की, 21 प्रतिशत पर अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों की, 02 प्रतिशत पदों पर अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों की और 27 प्रतिशत पर ओबीसी के अभ्यर्थियों की नियुक्ति कर ली। इस कारण अधिक अंक पाने के बाद भी ओबीसी के 144 अभ्यर्थी नौकरी नहीं पा सके थे।

News Source / Sabhaar : Amar Ujala (15.05.2014)

No comments:

Post a Comment

To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.