Village Development Officer Recruitment : कोबरापोस्ट के स्टिंग में खुलासा
वीडीओ की नौकरी का रेट 8 से 13 लाख
VDO Recruitment in UP
वीडीओ की नौकरी का रेट 8 से 13 लाख
VDO Recruitment in UP
•सपा विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के कहने पर ली गई रकम
नई दिल्ली। न्यूज पोर्टल कोबरापोस्ट के एक स्टिंग में दावा किया गया है कि सपा विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के कहने पर ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के 3000 पदों पर नियुक्ति के लिए पैसे लिए गए। इस पद के लिए नियुक्ति पिछले साल जुलाई में शुरू हुई थी और इस साल जनवरी में यह बंद हुई। कोबरापोस्ट का दावा है कि इसके लिए अभ्यर्थियों 8 से 13 लाख रुपये मांगे गए आैर कम से कम 2500 लोगों ने यह रकम जमा कराई।
कोबरापोस्ट. कॉम के स्टिंग में दावा किया गया है कि एक मंत्री के करीबी माने जाने वाले राज्य सरकार के एक सलाहकार व दो निगमों के चेयरमैन कैमरे पर इन नौकरियों के लिए पैसे के लेनदेन की बात करते हुए पकड़े गए।
कहानी मनगढ़ंत ः गोप
कोबरापोस्ट की जो बात बताई जा रही है वह मनगढ़ंत कहानी है। सपा सरकार में कोई इस तरह का दुस्साहस नहीं कर सकता। अभी कोई भर्ती नहीं हो रही है। जब भर्ती होगी, पूरी पारदर्शिता के साथ होगी।- अरविंद सिंह ‘गोप’, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
चयन कमेटी ही तय नहीं
पंचायतीराज विभाग ने अभी केवल आवेदन प्राप्त किए हैं। अभी चयन कमेटी तक नहीं बनी है। इंटरव्यू की प्रक्रिया भी तय होनी है। फिर किस तरह सवाल उठाए जा रहे हैं, समझ से परे है। - चंचल तिवारी, प्रमुख सचिव पंचायतीराज
News Source / Sabhaar : Amar Ujala (10.05.2014)
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नियुक्तियों में मनमानी के भरपूर मौके
ग्राम्य विकास विभाग में 3000 पदों के लिए आए हैं 1.23 लाख से ज्यादा आवेदन
लखनऊ। प्रदेश में ग्राम्य विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी के रिक्त पदों पर होने वाली भर्ती में सत्ता-शासन और प्रशासन चाहे तो मनमानी के भरपूर मौके हैं। ग्राम्य विकास अधिकारी (वीडीओ) की भर्ती में आवेदन लेने की प्रक्रिया तो ऑनलाइन होने के कारण पारदर्शी है, लेकिन इसके आगे की प्रक्रिया कदम दर कदम झोल नजर आता है। पंचायतीराज विभाग ने तो ऐसी प्रक्रिया अपनाई है कि आवेदक के लिए कुछ भी पता कर पाना आसान नहीं है।
लोकसभा चुनाव के एक साल पहले से ही इन पदों की भर्ती को लेकर घोषणाएं शुरू कर दी गई थीं। बेरोजगार युवाओं को नौकरी की उम्मीद जगी तो जमकर आवेदन हुए, लेकिन ग्राम्य विकास विभाग और पंचायतीराज विभाग ने आवेदन लेने के बाद भर्ती पर चुप्पी साध ली।
जानकार बताते हैं कि चुनाव से पहले भर्ती होने पर चयन प्रक्रिया से उभरने वाले आक्रोश को ध्यान में रखकर प्रक्रिया को जहां का तहां छोड़ दिया गया। वीडीओ के 3000 से अधिक पदों पर भर्ती के लिए 1.23 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं तो पंचायतीराज विभाग में ग्राम पंचायत अधिकारी के 2900 पदों पर भर्ती के लिए कितने आवेदन आए, अधिकारी आज भी यह बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। वजह, इस विभाग ने ऑनलाइन की जगह डाक से आवेदन मंगाए। ऐसे में आवेदन पत्रों को प्राप्त कर उन्हें सूचीबद्ध करना कठिन हो गया। एक अनुमान के अनुसार यहां 30 लाख से अधिक आवेदन आए हैं। इन दोनों ही भर्ती की चयन प्रक्रिया में जिस तरह से मनमर्जी के मौके हैं, उन पर सवाल उठाए जाने की काफी गुंजाइश है।
News Source / Sabhaar : Amar Ujala (10.05.2014)
Bhai sapa sarkar me ek bhi bharti bina rishwat ke nahi lagti hai....ye utna bada hi sach hai jitna "suraj hamko roshni deta hai" sach hai.....mujhe aaj tak ek bhi aadmi aisa nahi mila jise sapa sarkar ke dauran apni yogyata ke aadhar par naukri mil gayi ho.....panchayat secretary aur VDO ki post ke liye candidates se 8-15 lakhs vausle ja rahe hai...aur bharti prakriya keva is liye ruki hui hai taki chunav ke time hangama na ho...
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