Saturday, January 28, 2012

Vishist BTC : Candidates selected through Vishist BTC 2004 with forged marksheets gets salary still after found their fake document in investigation


एडी ने बीएसए से मांगा जवाब

(Vishist BTC  : Candidates selected through Vishist BTC 2004  with forged marksheets gets salary still after found their fake document in investigation)

 फर्रुखाबाद। जांच में फर्जी पाए जाने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों का वेतन निकलता रहा। मामले में बीएसए ने भी कोई कार्रवाई नहीं की । एडी बेसिक ने बीएसए से नाराजगी जाहिर कर एक पखवारे के अंदर जवाब मांगा है। एडी बेसिक के पत्र से बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मची है।बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती का फजीवाड़ा शिक्षा माफियाओं के सहयोग से चल रहा है। शिकायत के बाद तीन शिक्षक जांच में फर्जी सामने आए है। वहीं सूची में सात शिक्षक अभी और है जिन्होंने नौकरी हासिल करने के लिए फर्जीवाड़ा किया है।
विभाग में वर्ष 2004 विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से भर्ती हुए शिक्षकों के अंकपत्र. प्रमाणपत्रों की जांच में सत्यापान के बाद तीन शिक्षकों के संलग्न किए गए प्रमाणपत्र,अंकपत्र फर्जी पाए गए थे। उक्त शिक्षक वर्तमान समय में विद्यालय अलीदादपुर मोहम्मदाबाद में तैनात सहायक अध्यापक राजनारायण शाक्य निवासी मतापुर पिपरगांव, प्राथमिक विद्यालय दाउदपुर में तैनात शिक्षक नरेद्र शाक्य पुत्र सूबेदार निवासी ग्राम दौदापुर और प्राथमिक विद्यालय बरुआनगला कमालगंज में तैनात शिक्षक श्रवण कुमार पुत्र पहरीलाल निवासी उदीनगला, गदनपुर, देवराजपुर, फर्रुखाबाद में तैनात हैं। इधर डायट के सत्यापन के बावजूद बीएसए ने इन शिक्षकों का वेतन आहरण नहीं रोका और न ही इन शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई हो सकी।

News : Amar Ujala (28.1.12)


शिकायत के बाद मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक विनय कुमार गिल ने इन तीनों शिक्षकों के अनियमित और अवैधानिक रूप से वेतन आहरण किए जाने का जवाब मांगा है। एडी बेसिक ने बताया कि बीएसए को 15 दिन का समय दिया गया है

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