UPTET 2011 / 72825 Teacher Recruitment: टी ई टी परीक्षा अंक संसोधन कैसा व कितना हुआ
See Old News :
1. संशोधन से अभ्यर्थियों को प्राथमिक स्तर में एक से छह व उच्च प्राथमिक में एक से 10 अंकों का फायदा हुआ
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हाईकोर्ट के आदेश पर ही हुआ संशोधन : सचिव
टीईटी रिजल्ट में अब तक सात बार संशोधन हो चुके हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर 22 दिसम्बर को माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पूरे रिजल्ट को संशोधित कर दिया। जिसमें हर अभ्यर्थी का अंक बढ़ गया। प्राथमिक स्तर में एक से छह अंक बढ़ गए। जबकि उच्च प्राथमिक स्तर के रिजल्ट में एक से 10 नंबर तक बढ़ गए
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1. संशोधन से अभ्यर्थियों को प्राथमिक स्तर में एक से छह व उच्च प्राथमिक में एक से 10 अंकों का फायदा हुआ
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हाईकोर्ट के आदेश पर ही हुआ संशोधन : सचिव
टीईटी रिजल्ट में अब तक सात बार संशोधन हो चुके हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर 22 दिसम्बर को माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पूरे रिजल्ट को संशोधित कर दिया। जिसमें हर अभ्यर्थी का अंक बढ़ गया। प्राथमिक स्तर में एक से छह अंक बढ़ गए। जबकि उच्च प्राथमिक स्तर के रिजल्ट में एक से 10 नंबर तक बढ़ गए
टीईटी शिक्षक भर्ती की उम्मीदें हुईं धुंधली इलाहाबाद
ReplyDelete(ब्यूरो)। प्रदेश सरकार की ओर से परिषदीय विद्यालयों में
शिक्षक भर्ती को लेकर बनी अनिर्णय की स्थिति और उसे
प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाने के कारण निकट भविष्य में
शिक्षक भर्ती की उम्मीद धुंधली दिखाई पड़ रही है।
टीईटी की मेरिट के आधार पर चयन के कोर्ट के आदेश के
बाद भी सरकार शैक्षिक मेरिट के आधार पर चयन करने के
लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। प्रदेश
की पूर्ववर्ती बसपा सरकार ने 2010-11 में पहली बार
टीईटी परीक्षा का आयोजन किया था। एनसीटीई
की ओर से तय समय सीमा में चयन पूरा करने
की मजबूरी में सरकार ने टीईटी की मेरिट के आधार पर
ही चयन करने की घोषणा की थी। इस कारण से
भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। इसके बाद प्रदेश में
सरकार बदल गई। सरकार बदलने के बाद चयन के मानक
भी बदल दिए गए। नए मानक के तहत नई सरकार ने फिर से
पदों की घोषणा की। इसके बाद मामला कोर्ट में चले
जाने केबाद चयन टीईटी मेरिट पर हो कि शैक्षिक
योग्यता के आधार पर सामने आया। इसके बाद
भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अब यह
लड़ाई भारी पड़ रही है। सुप्रीम कोर्ट में अपील के
निर्णय के बाद अब यह मामला लटकता नजर आ रहा है।
TET no. badhaye gaye the to ghata(subtract) kar do. Koi fark nahi padta
ReplyDeleteye sub pakriya,writ,dhandhli form bharne k pahle kyon nahi hoti hai.
TET no. badhaye gaye the to ghata(subtract) kar do. Koi fark nahi padta
ReplyDeleteye sub pakriya,writ,dhandhli form bharne k pahle kyon nahi hoti hai.
TET no. badhaye gaye the to ghata(subtract) kar do. Koi fark nahi padta
ReplyDeleteye sub pakriya,writ,dhandhli form bharne k pahle kyon nahi hoti hai.
govt bharti ko latkayai rakhna chhati hai
ReplyDeletebairojgar 50,000 laga kar bhi paraishan hai
govt sai hum 2014 mai milaigai
tab samj mai aa jayaiga
Agar bharti nahi karna chahte,to hum logon k paise vapas (back) kar do
ReplyDeleteSanp (snake) k bil me hath daloge to wo katega hi.
ab hamara maksad ek hai,''karo ya maro.''
ReplyDelete10 Dec Lucknow chalo