72825 Teacher Recruitment : सरकार के फैसले से टीईटी अभ्यर्थी मायूस
आंदोलन और तेज करने की तैयारी
जाब्यू, इलाहाबाद : सूबे में 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती मामले में सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाने के फैसले ने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मायूस कर दिया है। इस निर्णय के बाद भर्ती को लेकर दबाव बना रहे अभ्यर्थियों का आंदोलन और तेज होने के आसार हैं। हालांकि इन अभ्यर्थियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कैविएट पहले ही दाखिल की जा चुकी है। अभ्यर्थी विधि विशेषज्ञों से भी संपर्क कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट जाने के पीछे सरकार की जो भी मजबूरियां हों लेकिन अभ्यर्थी इसे कड़े फैसले की संज्ञा देते हैं। अभ्यर्थियों में एक संजीव मिश्र कहते हैं-‘पहले ही इस मामले में काफी देरी हो चुकी है। सरकार को हाईकोर्ट के निर्णय का अनुपालन करना चाहिए। जाहिर है कि भर्तियों को जानबूझकर लटकाया जा रहा है।’ वैसे अभ्यर्थियों को इस बात की आशंका थी कि सरकार सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। इसलिए हाईकोर्ट के फैसले के दूसरे ही दिन मुख्य याची शिवकुमार पाठक व अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी थी। इसके पीछे उद्देश्य था कि सरकार की ओर से विशेष अनुमति याचिका दायर होने के बाद उनको भी अपना पक्ष रखने का अवसर मिल सके।
अभ्यर्थियों में सरकार के फैसले से इसलिए भी आक्रोश है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इलाहाबाद आगमन पर इस बात के संकेत दिए थे कि सरकार शायद सुप्रीम कोर्ट न जाए। उन्होंने कहा था कि युवाओं को अधिक से अधिक नौकरी उनकी प्राथमिकता में है। हालांकि इसके बाद भी अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी था। बेसिक शिक्षा निदेशालय पर उनका प्रदर्शन लगातार जारी है। लखनऊ में भी प्रदर्शन कर चुके हैं। इस मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे टीईटी मोर्चा के सुजीत सिंह कहते हैं कि आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाया जाएगा
News Sabhaar : Jagran / http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/05-dec-2013-edition-Allahabad-City-page_3-21151-2955-79.html
आंदोलन और तेज करने की तैयारी
जाब्यू, इलाहाबाद : सूबे में 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती मामले में सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाने के फैसले ने टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मायूस कर दिया है। इस निर्णय के बाद भर्ती को लेकर दबाव बना रहे अभ्यर्थियों का आंदोलन और तेज होने के आसार हैं। हालांकि इन अभ्यर्थियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कैविएट पहले ही दाखिल की जा चुकी है। अभ्यर्थी विधि विशेषज्ञों से भी संपर्क कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट जाने के पीछे सरकार की जो भी मजबूरियां हों लेकिन अभ्यर्थी इसे कड़े फैसले की संज्ञा देते हैं। अभ्यर्थियों में एक संजीव मिश्र कहते हैं-‘पहले ही इस मामले में काफी देरी हो चुकी है। सरकार को हाईकोर्ट के निर्णय का अनुपालन करना चाहिए। जाहिर है कि भर्तियों को जानबूझकर लटकाया जा रहा है।’ वैसे अभ्यर्थियों को इस बात की आशंका थी कि सरकार सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। इसलिए हाईकोर्ट के फैसले के दूसरे ही दिन मुख्य याची शिवकुमार पाठक व अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी थी। इसके पीछे उद्देश्य था कि सरकार की ओर से विशेष अनुमति याचिका दायर होने के बाद उनको भी अपना पक्ष रखने का अवसर मिल सके।
अभ्यर्थियों में सरकार के फैसले से इसलिए भी आक्रोश है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इलाहाबाद आगमन पर इस बात के संकेत दिए थे कि सरकार शायद सुप्रीम कोर्ट न जाए। उन्होंने कहा था कि युवाओं को अधिक से अधिक नौकरी उनकी प्राथमिकता में है। हालांकि इसके बाद भी अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी था। बेसिक शिक्षा निदेशालय पर उनका प्रदर्शन लगातार जारी है। लखनऊ में भी प्रदर्शन कर चुके हैं। इस मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे टीईटी मोर्चा के सुजीत सिंह कहते हैं कि आंदोलन को प्रदेशव्यापी बनाया जाएगा
News Sabhaar : Jagran / http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/05-dec-2013-edition-Allahabad-City-page_3-21151-2955-79.html
akhlesh ke faisle koi nahi manta unki sarkar me koi value nahi .cm ke abtak kaee fasle badal chuke ha.
ReplyDeleterespeted cm koi to faisle ko amal me lao taki janta ko apke faisle par bharosa ho sake. allahabad me kaha sarkar sc nahi jayegi lknw me faisla badal gaya .apni saakh banao cm sahab.
ReplyDeleteAgar HC, TET weightage+Gudank ko milakar bharti ka order deti to saayad accha hota aur bharti prakriya saayad chaloo ho sakti thi.Primary ki bharti ke leye bahut kam samay bacha hai.Sarkar yehi chahti hai ki SC ja kar jyada se jyada samay barbad ho aur yeh bharti na ho paye aur paise na lotane pade.Junior ki bharti par bhi HC ka TET weightage wali writ ka faisla bahut mahatabpurna hai. Dekhe 9 Dec ko kya hota hai?
ReplyDeleteup tet sangarsh morcha jndabad
ReplyDeleteCM ji hos mai aoo
2014 samnai hai
hi freinds....i am in delhi ...sc gov ko aane do nhi Aati to acadmi vale log aa jate ye to hona hi tha.gov ne sc ke bde layer krne ka faisla kiya hai aur hum log sc k sbse bde educatin expert layer chahe fee kitna bhi lage hum har nhi man skte har k sath gov ki delhi se vidai hogi....
ReplyDeleteGupta ji ham aap ke sath hai
DeleteGupta g hum aapke sath hai..
ReplyDeleteKahin esa na ho k ye bharti ho hi na.
ReplyDeletefrinds mere frinds aalahabad . gorakhpur se phon pr btye hai kuch economic help krna hoga plz aap log apne jile k tet membr se mil kr shyog kre.hum jise up me hc me hra diye wo delhi me kya jitega yeha 5 judge chang nhi hoge.jaisa aakhiles gov ne up HC me krke bhi har gai...
ReplyDeleteTet. Shangha jindabad. Delhi dur nhi.
ReplyDeleteJitenge bhai jitenge tet wale jitenge.
ReplyDeleteबड़ी खबर: बदला गया टीईटी का पैटर्न 0
ReplyDeleteशिक्षक
पात्रता परीक्षा (टीईटी)
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक
परीक्षा के पैटर्न में बदलाव
किया गया है।
इस बार भाषा अभिव्यक्ति के 250 शब्दों के
निबंध के बजाय 60 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे
जाएंगे।
शासन ने 22 व 23 फरवरी को होने वाली इस
परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम (कैलेंडर)
जारी कर दिया है।
90 नंबर वाला ही होगा कामयाब
टीईटी के लिए विज्ञापन 10 दिसंबर
को जारी किए जाएंगे और आवेदक छह
जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। सचिव
बेसिक शिक्षा नीतीश्वर कुमार की ओर से
जारी शासनादेश के अनुसार टीईटी में वे
अभ्यर्थी सफल माने जाएंगे जो 150 नंबर के
पूर्णांक में से कम से कम 60 प्रतिशत या 90 अंक
हासिल करेंगे।
नियम में पहले सीधे 60 प्रतिशत अंक की बात
शामिल थी। एससी, एसटी, ओबीसी,
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित, भूतपूर्व सैनिक
(स्वयं) तथा विकलांग श्रेणी के अभ्यर्थियों के
लिए उत्तीर्णांक 55 प्रतिशत अथवा 83 नंबर
होगा।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर
की परीक्षा केलिए पैटर्न में आंशिक बदलाव
किया गया है। इसके अंतर्गत पूर्व में 30-30 प्रश्न
के तीन प्रश्नपत्र व भाषा अभिव्यक्ति के अंतर्गत
250 शब्दों का एक निबंध लिखना होता था।
शासन ने 30-30 अंकों के तीनों प्रश्नपत्रों के
विषय वस्तु में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन
भाषा अभिव्यक्ति में 250 शब्दों के निबंध के
स्थान पर 60 सवालों का बहुविकल्पीय सवाल
कर दिया है।
ये सभी सवाल 1-1 नंबर केयानी कुल 60 अंक के
होंगे।