टीईटी के चार और सवालों पर आपत्ति
(UPTET : Again Objection arises on four Questions/Answers)
इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की आंसरशीट तैयार करने वाले विशेषज्ञों की जानकारी पर भी सवाल उठने लगे हैं। टीईटी डी सीरिज के चार और सवालों पर आपत्ति के बाद बुधवार शाम शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया है। सूत्रों की माने तो लगातार आपत्तियों के कारण खराब हो रही इमेज से परेशान शासन ने विशेषज्ञों की तरफ से तैयार सवालों की सूची और उनके विकल्पों का ब्योरा मंगाया है। जांच की जा रही है कि कहीं विशेषज्ञों और जांच एजेंसी के बीच विकल्प फीड करने में कुछ भ्रम तो नहीं हुआ, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में जवाब गलत निकले। विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक लगभग 20 सवालों के विकल्प संशोधित किए जा चुके हैं और बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने डी सीरिज के जिन सवालों पर आपत्ति की है, उनके विकल्प एक नजर में समझ में आने वाले हैं। मसलन, सवाल है कि अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है। एक अन्य सवाल है कि प्रदूषण पर रोक के लिए भारत और अन्य देशों में किसके प्रयोग पर रोक लगाई गई है। बोर्ड ने ‘कागज की थैली’ विकल्प पर नंबर दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि ‘पालीथिन की थैली’ विकल्प पर अंक मिलने चाहिए। दो अन्य बेहद साधारण सवाल हैं।
एक सवाल किंडर गार्डेन पद्धति को लेकर है। बोर्ड ने मांटेशरी विकल्प पर नंबर दिए हैं, अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प फावेल सही है। चौथा सवाल जिस पर बुधवार को आपत्ति की गई, वह है कि विद्यार्थी कौन सी संधि है, बोर्ड ने गुणसंधि पर अंक दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक दीर्घ संधि पर नंबर मिलने चाहिए।सवाल केवल यह नहीं कि इन सवालों के क्या विकल्प सही माने गए, ताज्जुब यह कि ए सीरिज में इन्हीं सवालों के उन विकल्पों पर अंक दिए गए जो अभ्यर्थी बता रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए। 15 अंक तक बदल सकती है मेरिटसंशोधन के बाद मेरिट 15 अंक तक बदल सकती है। जिन छात्रों ने संशोधन के लिए आवेदन किया है, उनमें से ज्यादातर पास हैं। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनके 15 अंक तक बढ़ सकते हैं। किसी अभ्यर्थी के 98 अंक तो किसी के 102। उनके 15 अंक बढ़े तो मेरिट में खासा उलटफेर हो सकता है।
एक सवाल किंडर गार्डेन पद्धति को लेकर है। बोर्ड ने मांटेशरी विकल्प पर नंबर दिए हैं, अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प फावेल सही है। चौथा सवाल जिस पर बुधवार को आपत्ति की गई, वह है कि विद्यार्थी कौन सी संधि है, बोर्ड ने गुणसंधि पर अंक दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक दीर्घ संधि पर नंबर मिलने चाहिए।सवाल केवल यह नहीं कि इन सवालों के क्या विकल्प सही माने गए, ताज्जुब यह कि ए सीरिज में इन्हीं सवालों के उन विकल्पों पर अंक दिए गए जो अभ्यर्थी बता रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए। 15 अंक तक बदल सकती है मेरिटसंशोधन के बाद मेरिट 15 अंक तक बदल सकती है। जिन छात्रों ने संशोधन के लिए आवेदन किया है, उनमें से ज्यादातर पास हैं। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनके 15 अंक तक बढ़ सकते हैं। किसी अभ्यर्थी के 98 अंक तो किसी के 102। उनके 15 अंक बढ़े तो मेरिट में खासा उलटफेर हो सकता है।
News : Amar Ujala (22.12.11)
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Thanks Mr. Anuj Pandey for news update/comments
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UPTET merit/marks again goiing to change.UP Board Experts are under question as many objections raised
on there knowledge.
Candidates are claiming upto 15 marks can be UP/DOWN with new evaluation of OMR Sheets/ Updated Answer Keys.
Some visitors suggested above mentioned details are not correct. OK whatever be it, And my advise to such visitors if they felt your are not satisfied with this news details then don't take in your notice.
Here question is - What questions are correctly checked by the compter and given marks against that question OR not. Not only related with the ANSWER KEY.
Amar Ujala is prestigeous news paper in UP and not publish any info like -
शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया
बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई
अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है।
If Board takes this answer - बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए
अभ्यर्थियों का दावा - सूचना भेजनी चाहिए’
कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए।
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What answers are feeded in Computer will not know to us.Answer keys we can see but Marks given against it OR not, we don't know easily.
Some visitors suggested above mentioned details are not correct. OK whatever be it, And my advise to such visitors if they felt your are not satisfied with this news details then don't take in your notice.
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Amar Ujala is prestigeous news paper in UP and not publish any info like -
शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया
बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई
अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है।
If Board takes this answer - बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए
अभ्यर्थियों का दावा - सूचना भेजनी चाहिए’
कम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए।
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What answers are feeded in Computer will not know to us.Answer keys we can see but Marks given against it OR not, we don't know easily.
Agar parinam sanshodhit hoga to kya keval aapatti bhejne walon ka hi hoga?
ReplyDeleteYa Phir Answer sheet change hone par sabhi candidates ke marks revise honge?
Kindly clarify.
abhi tak to jish series ke change huye hai, un sabhi ko bhayada hua
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