याचिकाओं के जवाब में हलकान यूपी बोर्ड
( UP Board under severe problems for TET marks correction & petitions in highcourt)
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की विसंगतियों को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं ने यूपी बोर्ड के अधिकारियों के लिए मुसीबत पैदा कर दी है। अब तक 75 से अधिक याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। बोर्ड को हर दिन औसतन पांच याचिकाएं जवाब बनाने को मिल रहीं हैं। नतीजा, बोर्ड की परीक्षाओं का काम पिछड़ रहा है। एशिया का सबसे बड़ा बोर्ड, 65 लाख परीक्षार्थी। हर साल 10 लाख के औसत से हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की बढ़ती संख्या। काम बढ़ा और कर्मचारी घटे। ऐसे ही हालात में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के चयन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य कर दी गई। प्रदेश में पहली बार होने वाली इस परीक्षा की जिम्मेदारी शासन ने माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपी। कम समय में 12 लाख अभ्यर्थियों की इस परीक्षा को कराना यूपी बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती साबित हुई। आरोप लगा कि जो बोर्ड खुद हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा को नकल विहीन नहीं करा पाता है, वह सीधे नौकरी से जुड़ी इस परीक्षा को कैसे करा पाएगा। बहरहाल रोते-धोते बोर्ड ने परीक्षा तो किसी तरह करा ली, पर विशेषज्ञों ने कई प्रश्न गलत पूछ लिए। इसके अलावा बोर्ड द्वारा जारी उत्तरमाला में भी कई विकल्पों के अलग-अलग उत्तर दिए गए। हजारों अभ्यर्थियों के नाम और अनुक्रमांक गलत हो गए, परीक्षा छूट गई। पांच बार बोर्ड ने उत्तरों को भी संशोधित किया। ऐसे में जिन अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया गया, वे हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए। देखते ही देखते टीईटी को लेकर अबतक हाईकोर्ट में लगभग 75 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। सैकड़ों अभ्यर्थियों की याचिकाओं को इकट्ठा कर दिया गया है। ऐसे में बोर्ड के अधिकारियों व महत्वपूर्ण काम देख रहे बाबुओं का सारा समय याचिकाओं का जवाब देने में ही बीत रहा है। यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। स्थिति यह है कि अभी भी प्रदेश दो तिहाई से अधिक मंडलों से परीक्षा केंद्रो की जानकारी ही नहीं आ पाई है। यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल की तिथि भी घोषित कर दी है। प्रैक्टिकल परीक्षा 16 जनवरी से शुरू होने हैं। केंद्रों की सूची न मिलने के कारण अनुक्रमांक और चरणवार कार्यक्रम का काम ठप सा है। हालांकि, माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभा त्रिपाठी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को धीमा नहीं मानतीं। उनका कहना है कि बोर्ड परीक्षा की सभी तैयारियां समय पर हो जाएंगी। News : Jagran epaper (27.12.11)
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So many candidates file writ petition in Allahabad Highcourt, Many petitions are clubbed for similar complaints. UP Board dept. most of the time engaged in making replies for petitions and therefore UP. Board Exam work geting delayed.
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