Friday, December 16, 2011

UP (Uttar Pradesh) TET -UPTET : Shortage of selection comitee, DIET Principle/Vice Principal/Staff

शिक्षकों का चयन करने वालों के पद ही खाली

(UPTET : Shortage of selection comitee, DIET Principle/Vice Principal/Staff)

-कई जिलों में खाली डायट प्राचार्य की कुर्सी, स्टाफ भी कम
-चयन प्रक्रिया पूरी करने को शासन ने की वैकल्पिक व्यवस्था
राजीव दीक्षित
लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भले ही जोरशोर से कार्यवाही चल रही हो लेकिन हकीकत यह है कि जिन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के प्राचार्यों पर अध्यापकों के चयन की जिम्मेदारी है, प्रदेश के कई जिलों में उनके पद ही रिक्त हैं। डायट में स्टाफ की भी जबर्दस्त कमी है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के दिशानिर्देश अनुसार परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के 72,825 रिक्त पदों पर बीएड डिग्रीधारकों की नियुक्ति पहली जनवरी 2012 तक की जानी है। चयन कार्यवाही जिला स्तर पर डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा होगी। शिक्षक प्रशिक्षण के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हर डायट में प्राचार्य व उप प्राचार्य के एक-एक, वरिष्ठ प्रवक्ता के छह, प्रवक्ता के 17 तथा कार्यानुभव शिक्षक, सांख्यिकीकार व तकनीकी सहायक के एक-एक पद स्वीकृत किये हैं। सूबे के कई जिले ऐसे हैं जिनमें शिक्षकों के आवंटित रिक्त पदों की संख्या तो ज्यादा हैं, लेकिन डायट प्राचार्य या उप प्राचार्य पद रिक्त है और स्टाफ कम है।
मिसाल के तौर पर सीतापुर को ही लीजिये। यहां पर 6000 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है लेकिन डायट प्राचार्य पद रिक्त है। उप प्राचार्य 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं। डायट सीतापुर में एक वरिष्ठ प्रवक्ता, तीन प्रवक्ता और दो सहायक अध्यापक हैं। मिर्जापुर में 1650 शिक्षकों की भर्ती होनी है लेकिन डायट में प्राचार्य और उप प्राचार्य पद खाली हैं। यहां एक वरिष्ठ प्रवक्ता और चार प्रवक्ताओं के सहारे काम चलाया जा रहा है। चंदौली में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 1200 पद आवंटित हैं लेकिन यहां भी डायट प्राचार्य और उप प्राचार्य के पद रिक्त हैं। डायट चंदौली में दो वरिष्ठ प्रवक्ता, एक प्रवक्ता और तीन सहायक अध्यापकों के बूते काम चल रहा है। एटा में 700 शिक्षक भर्ती किये जाने हैं लेकिन यहां भी डायट प्राचार्य की कुर्सी खाली है। उप प्राचार्य, तीन प्रवक्ताओं और दो सहायक अध्यापकों के सहारे यहां का डायट किसी तरह अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा है। कन्नौज में 400 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है लेकिन यहां के डायट की स्थिति भी डांवाडोल है। डायट में प्राचार्य और उप प्राचार्य के पद रिक्त हैं। एक वरिष्ठ प्रवक्ता, दो प्रवक्ताओं और तीन सहायक अध्यापकों के दम पर यहां काम चलाया जा रहा है।
ऐसी विषम परिस्थिति में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को कहीं ब्रेक न लग जाए, इसलिए शासन ने वैकल्पिक व्यवस्था करने का आदेश जारी किया है। आदेश के तहत सीतापुर में शिक्षकों के चयन की जिम्मेदारी डायट कानपुर नगर के प्राचार्य को सौंपी है। मिर्जापुर में शिक्षक चयन की प्रक्रिया को निपटाने का दायित्व डायट फतेहपुर के प्राचार्य को दिया गया है। चंदौली में शिक्षक चयन की प्रक्रिया पूरी करने का दारोमदार डायट वाराणसी के प्राचार्य और वहां के तीन प्रवक्ताओं पर डाला गया है। एटा में शिक्षकों के चयन की जिम्मेदारी डायट आगरा की प्राचार्य और कन्नौज के लिए यह दायित्व डायट कानपुर देहात को सौंपा गया है। कांशीराम नगर में चूंकि डायट स्थापित नहीं है, इसलिए शिक्षक चयन की जिम्मेदारी आगरा डायट प्राचार्य के हवाले की गई है।
News : Jagran (13.12.11) 

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UPTET: सहायक अध्यापक के रूप में तैनाती हो

( Made appointment as Assistant Teacher in Uttar Pradesh for all TET-Teacher Eligibility Test qualified candidates, No Merit based selection)


घोरावल। स्थानीय सब्जी मंडी परिसर में गुरुवार को उर्दू बीटीसी के प्रशिक्षुओं द्वारा बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशिक्षुओं ने एक स्वर में प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति की मांग की। प्रशिक्षुओं का कहना है कि हम सभी ने उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा पास की है। इसके बाद भी हमारी नियुक्ति नहीं कराई जा रही है। हमसे पांच जिलों में आवेदन कराया जा रहा है, जबकि बीटीसी वालों की नियुक्ति उसी जिले में की जाती है, जिस जिले में वे प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा टीईटी का मेरिट न बनाया जाय, बल्कि टीईटी पास सभी प्रशिक्षुओं की नियुक्ति की जाय। हमारे ही बैच के ज्यादातर प्रशिक्षुओं को प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति की जा चुकी है और हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मुअल्लिम-ए-उर्दू जिसे सरकार बीटीसी के समकक्ष मान रही है, उनकी नियुक्ति अलग से करने की योजना बनायी जा रही है। जबकि हमें 72 हजार 825 पदों के सापेक्ष ही शामिल कर मेरिट बनाने की योजना है। जो पूरी तरह से गलत है तथा जल्दबाजी में लिया गया फैसला है
उक्त मांगों से संबंधित ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को फैक्स किया गया है। बैठक में प्रमोद आनंद, राजेश सिंह, अंशुमान पांडेय, हैदर खां, जमीर अहमद, अफसर, यासमीन, चौहार्या, राजेश मौर्या, इस्माइल, विनोद सिंह, सुभाष गुप्ता, राकेश पटेल,रामप्रसाद, आफताब, अमित अग्रवाल, सुभाष यादव सहित अन्य प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
News : Amarujala.com

4 comments:

  1. btc me to merit selection hota hai eska matlab hai uprokt bhaiyo ki merit achchhi hai matlab ye hua ki ap logo ki ginti top ke students main hogi. Uptet ka paper to common tha to apke merit to high hi hogi. to fir tet ke merit se posting se dar kyo rahe ho ya fir mamla kuchh aur hai bhaiya.
    bhaiyo kyo sarkar ke pichhe haanth dho kar pade ho tet to tum pass kar hi gaye ho, merit tumhari high hai hi fir ho gaye na sarkari master. ncte ne tet ko education ki quality maintain karne ke liye anivary kiya hai aur ap quality se bahar jana chahte hain.

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  2. kayde se government ko btc mai selection ke liye written test laagu karna chhiye jis se ki sabhi ko baraber ka mauka mile aur yogy log hi select ho saken.

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  3. OBC Science male at 95 marks in up tet ke selection ki kuchh possiblities h ya nahi plz rply as per your observation. to be frank.

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  4. OBC Science male at 95 marks in up tet ke selection ki kuchh possiblities h ya nahi plz rply as per your observation. to be frank.

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