Friday, December 16, 2011

UPTET (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test) : Single Form / Statewise Merit demanded instead of district wise merit

संयुक्त मेरिट बनाने की मांग

( UPTET : Single Form / Statewise Merit demanded instead of district wise merit)

इलाहाबाद : आदर्श शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को हुई। इसमें टीईटी परीक्षा, बढ़ती ठंड से होने वाली दिक्कत सहित शिक्षकों की अनेक समस्या पर चर्चा की गई। अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रभाकर मिश्र ने कहा कि यूपी टीईटी के आधार पर परिषदीय विद्यालयों में राज्यस्तर पर टीईटी व शैक्षिक योग्यता की संयुक्त मेरिट बनाकर एक फार्म भरवाना सर्वहित में होगा
उन्होंने कहा कि संशोधित विज्ञापन में सभी वर्गो के 50 प्रतिशत अंक पाने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक पद पर चयन के लिए आधार माना जाए। इसके साथ बढ़ती ठंड को देखते हुए परिषदीय विद्यालयों का समय साढ़े दस बजे से करने की मांग की गई। संचालन डॉ. एसपी सिंह ने किया। इस दौरान नीरज बाबू मिश्र, भारत भूषण मिश्र, मयंकधर मिश्र, सुरेंद्र पांडेय, डॉ. गीता रंजन, प्रीति सेठ, डॉ. अशोक तिवारी, नागेंद्र नाथ श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
News : Jagran ( 16.12.11)
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Adarsh Shokshak Welfare Association (Uttar Pradesh ) demanded : Joint Statewise single TET (Teacher Eligibility Test) merit should be taken for selection of Primary teacher.
And revised advertsiement of PRT should include 50% marks for pass criteria for all categories for Assistant Teacher selection in UP.

4 comments:

  1. माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में अभ्यर्थियों को शुरू से ही समस्याओं का सामना करना पड़ा। समस्या की शुरुआत आवेदन पत्रों से हुईऔर परीक्षा परिणाम आने के बाद तक जारीहै। किसी ने अधिक अंक पाया लेकिनकम अंक मिले तो किसी का परीक्षा परिणाम ही नहीं आया। समस्याओं का अंतहीन सिलसिला अभी जारी है।
    हजारों की संख्या में आवेदन पत्र लौटआए, जबकि अभ्यर्थियों ने पर्याप्तसमय रहते आवेदन किया था। ऐसे आवेदन पत्रों को शामिल करने की मांग को लेकरकई बार धरना-प्रदर्शन हुए पर बोर्ड नेउनकी मांगों को खारिजकर दिया। जिनके आवेदन स्वीकार किए गएउनकी समस्याएं भी कम नहीं रहीं। हजारों के प्रवेश पत्रों में गड़बड़ी आगई। किसी को प्राथमिक का प्रवेश पत्रमिला तो उच्चप्राथमिक का नहीं मिला। इसी तरह किसी को उच्च प्राथमिक का प्रवेश पत्र मिलातो प्राथमिक का नहीं मिला। प्रवेश पत्रों के डिटेल में भी गड़बड़ी मिली। बोर्ड दफ्तर पर समस्याग्रस्त अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगने लगा। किसी को राहत मिली तो किसी को फटकार। परीक्षा की तिथि नजदीक आ गई। पर प्रवेश पत्रों की गड़बड़ी नहीं ठीक हुई।ऐसे भी अभ्यर्थी थे, जिन्होंने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक दोनों के आवेदन डाले थे पर एक का भी प्रवेश पत्र नहीं आया। अभ्यर्थी पहले बोर्ड दफ्तरके चक्कर लगाते रहे। बाद में अभ्यर्थियों को जानकारी दी गई कि जेडीकार्यालय से नएप्रवेश पत्र मिलेंगे। जेडी कार्यालयों में तीन दिन दौड़ाने के बाद कहा गया कि परीक्षा के एक दिन पूर्व प्रवेश पत्र मिलेगा। हालात यह रहे कि 13 नवंबर को परीक्षा थी और अभ्यर्थी 12 नवंबर की देर रात प्रवेशपत्र के लिए जेडी कार्यालयों पर डटे रहे। परीक्षा हो गई। 25 नवंबरको परिणाम भी आ गए। नए अनुक्रमांक वालों के परिणाम नहीं आए। हजारों अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम थोड़ीसी गड़बड़ी के कारण नहीं आए। किसी का अनुक्रमांक गलत तो किसी का वर्ग गलत।
    पांच बार संशोधित हुई आंसर सीट
    बोर्ड ने दो दिन बाद आंसर की भी जारी कर दी। आंसर की में 13 प्रश्नों के बोर्ड दो उत्तर बता रहा था। इसके बाद पांच बार आंसर की संशोधित की गई। इसके बावजूद भी सभी आपत्तियों का निस्तारण नहीं किया गया। नए अनुक्रमांक वालों से कहा गया कि उन्हें दोबारा आवेदन करने होंगे। इसकी भी कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई। अभ्यर्थियों को अखबारों के माध्यम से यह खबर पता चली। प्रदेश के कोने-कोने से अभ्यर्थियों ने आकर नयाआवेदन किया। उनमें से कुछ अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम आ चुके हैं, कुछ के अभी भी नहीं आए हैं। विडंबना यह है कि बोर्ड ने अपनी गलतियों को तो सुधार लिया पर अभ्यर्थियों द्वारा हुई मानवीय भूल को नहीं सुधारा। अभ्यर्थियों से स्पष्ट कह दिया गया था कि उनके द्वारा ओएमआर शीट में की गई गलतियों पर बोर्ड कोई विचार नहीं करेगा। बोर्डके इसी रवैये के खिलाफ अभ्यर्थियों नेहाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है।आवेदन भरने से ही दुश्वारियां दर दुश्वारियां हो रही है ।
    आनन्द पाण्डेय
    08434755455

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  2. I think these vacancies are going to be cancelled because again high court has given 15 days for revise its result on candidates problems bases by which if any candidate is having a problem of wrong evaluation then he/she can send their problem to the up board with Rs100/- process fee after that up board will decide weather your query is liable to solve or not so it will take more time and govt. don't have more time time for the completion of these vacancies so keep updating.

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  3. AS SO MUCH PROBLEMS ARE COMING IN THE WAY THROUGH TET MERIT BASE SELECTION THAT IS WHY SELECTION SHOULD BE ON CANDIDATES HIGH SCHOOL TO B.ED QUALIFICATION BASES BECAUSE ALL THE STUDENTS HAVE COMPLETE THEIR STUDY AND THOSE BY DEFAULT HAVE GOT GOOD MARKS IN UPTET BUT REALLY THEY ARE POOR IN THEIR STUDY ONLY THEY WANT SELECTION ON THE BASES OF UPTET MERIT WHICH IS NOT A PROPER WAY. IF REALLY THEY ARE GOOD SO WHY THEY HAVE FEVER OF SELECTION ON THE BASES OF ALL QUALIFICATION.

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  4. vacancy is going to be postponed till election completed.

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