अधिसूचना से टीईटी उत्तीर्ण मायूस
( UPTET : TET Qualified Candidates gets Upset due to Election Notification)
महोबा। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण छात्रों की नौकरी अधर में लटक गई। हालत यह है कि दिसंबर 2011 में टीईटी उत्तीर्ण छात्राें को नौकरी दिए जाने के शासन ने आदेश जारी कर दिए थे लेकिन अचानक अधिसूचना जारी हो जाने से उत्तीर्ण छात्र छात्राएं मायूस हो गए। इससे सबसे ज्यादा नुकसान वर्ष 2004 के बीटीसी के दूसरे बैच को उठाना पड़ा।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 के करीब 90 छात्र-छात्राआें ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चरखारी से बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए वर्ष 2009 में प्रवेश लिया था। 60 प्रशिक्षार्थियाें का परिणाम जुलाई 2011 में आ जाने से उनकी विद्यालयाें में नियुक्ति हो गई लेकिन उनके करीब 30 साथियाें की चौथे सेमेस्टर की परीक्षा देर से होने के कारण उनका परीक्षा परिणाम भी देर में आया। जब तक शासन द्वारा टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर ली गई। इससे इन बीटीसी प्रशिक्षुआें की विद्यालयाें में नियुक्ति नहीं हो सकी। बीटीसी उत्तीर्ण छात्र-छात्राआें ने टीईटी परीक्षा दी जिसमें आधे बीटीसी प्रशिक्षु फेल हो गए जिससे उनकी नौकरी अधर में लटक गई। इधर आधे उत्तीर्ण हुए प्रशिक्षुआें को नौकरी की आस बंधी थी लेकिन अधिसूचना जारी होने से उनके लिए भी अब मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दिसंबर 2011 में हुई टीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण बीएड, बीटीसी और मोअल्लिम-ए-उर्दू डिग्री धारकाें को नौकरी की आस बंध गई थी। कारण, शासन ने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में नियुक्ति करने के आदेश दिए थे लेकिन अचानक विधान सभा चुनाव की अधिसूचना ने टीईटी उत्तीर्ण छात्राें के सपनाें पर पानी फेर दिया। अब नौकरी की आस लगाए टीईटी उत्तीर्ण छात्राें का भविष्य अधर में लटक गया है।
News : Amar Ujala ( 1.1.12)गौरतलब है कि वर्ष 2004 के करीब 90 छात्र-छात्राआें ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चरखारी से बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए वर्ष 2009 में प्रवेश लिया था। 60 प्रशिक्षार्थियाें का परिणाम जुलाई 2011 में आ जाने से उनकी विद्यालयाें में नियुक्ति हो गई लेकिन उनके करीब 30 साथियाें की चौथे सेमेस्टर की परीक्षा देर से होने के कारण उनका परीक्षा परिणाम भी देर में आया। जब तक शासन द्वारा टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर ली गई। इससे इन बीटीसी प्रशिक्षुआें की विद्यालयाें में नियुक्ति नहीं हो सकी। बीटीसी उत्तीर्ण छात्र-छात्राआें ने टीईटी परीक्षा दी जिसमें आधे बीटीसी प्रशिक्षु फेल हो गए जिससे उनकी नौकरी अधर में लटक गई। इधर आधे उत्तीर्ण हुए प्रशिक्षुआें को नौकरी की आस बंधी थी लेकिन अधिसूचना जारी होने से उनके लिए भी अब मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दिसंबर 2011 में हुई टीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण बीएड, बीटीसी और मोअल्लिम-ए-उर्दू डिग्री धारकाें को नौकरी की आस बंध गई थी। कारण, शासन ने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में नियुक्ति करने के आदेश दिए थे लेकिन अचानक विधान सभा चुनाव की अधिसूचना ने टीईटी उत्तीर्ण छात्राें के सपनाें पर पानी फेर दिया। अब नौकरी की आस लगाए टीईटी उत्तीर्ण छात्राें का भविष्य अधर में लटक गया है।
No comments:
Post a Comment
To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.