72825 Teacher Recruitment : टीईटी अभ्यर्थियों के पास खाली हाथ पहुंचे सीएमहाईकोर्ट
के आदेश के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति की मांग को लेकर
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की।
लक्ष्मण
मेला मैदान पर अनशन कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों से मुख्यमंत्री ने अनशन
खत्म करने के लिए तो कहा लेकिन काउंसलिंग व नियुक्ति के मामले में कोई
आश्वासन नहीं दिया।
इस पर अभ्यर्थियों ने बुधवार को
भी अनशन जारी रखा। इस दौरान कई अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ती रही और साथी
उन्हें अस्पताल पहुंचाते रहे।
अभ्यर्थी गणेश शंकर दीक्षित ने बताया कि लंबे इंतजार के बाद मुख्यमंत्री से मुलाकात में सकारात्मक संकेत तो मिला लेकिन आश्वासन नहीं।
TET Abhyartheeon Ke Banner / Photo :
युवा प्रदेश का भूखा है, तुम्हारा समाजवाद झूठा हैउन्होंने
बताया कि मुख्यमंत्री जब पार्टी कार्यालय में बैठक से बाहर आए तो उनसे
वार्ता हुई, लेकिन उन्होंने बिना कोई आश्वासन बगैर पहले अनशन खत्म करने को
कहा।
गणेश ने बताया कि सीएम के वहां से जाने के बाद अन्य सपा नेताओं
से भी अनशनकारियों की बातचीत हुई। उन्होंने कहा, सरकार काउंसलिंग की तिथि
तय कर दे, टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी अनशन से हट जाएंगे।
राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
लक्ष्मण
मेला मैदान में अनशन पर बैठे अवनीश व अन्य टीईटी अभ्यर्थियों का कहना है
कि तिल-तिल कर मरने से अच्छा है कि राष्ट्रपति उन्हें व उनके साथियों को
इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दें।उन्होंने कहा,
हाईकोर्ट के आदेशानुसार अगर 72825 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए
शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो वे और उनके साथी आत्मदाह करेंगे।
शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी
राज्य
सरकार ने परिषदीय स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के
आधार पर करने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष
अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) बुधवार को दाखिल कर दी है। एसएलपी पर निर्णय आने
के बाद ही अब शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो पाएगी
Above News Source / Sabhaar : Amar Ujala (18.12.2013)
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Dusree Taraf News Published By जागरण संवाददाता for Shiksha Mitraa : -
Shiksha Mitra News : फांसी मंजूर, टीईटी नहीं आगरा:
हमें फांसी मंजूर है, लेकिन (टीईटी) शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं। 7
फरवरी, 2013 को मुख्य सचिव जावेद उस्मानी शिक्षामित्रों के शिक्षक पदों पर
समायोजन का शासनादेश जारी कर चुके हैं। अगर जनवरी में शिक्षक पदों पर
समायोजन में टीईटी को अनिवार्य किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
गुरुवार
को आगरा आए आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र
शाही ने यह बात कही। वह यहां सदर तहसील में शिक्षामित्रों के धरने में भाग
ले रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों पर जबरदस्ती टीईटी थोपी जा रही
है। इसके विरोध में शिक्षामित्र डेरा डालो, घेरा डालो की नीति अपनाकर
विधानसभा का घेराव करेंगे। सपा मुखिया मुलायम सिंह स्वयं शिक्षक रहे हैं,
उन्हें शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि
शिक्षामित्रों को बहुत कम मानदेय मिलता है। प्रदेश सरकार को शिक्षामित्रों
के लिए वेतनमान लागू करना चाहिए। भले ही उन्हें अप्रशिक्षित वेतनमान मिले।
धरने
के बाद एसीएम सेकेंड रामजीलाल को ज्ञापन सौंपा गया। जिलाध्यक्ष प्रदीप
उपाध्याय ने बताया कि शुक्रवार से शिक्षामित्र काली पट्टी बांधकर कार्य
करेंगे। एक जनवरी से विधानसभा पर धरना दिया जाएगा। धरना स्थल पर एजाज अहमद,
संदीप पाल, अमित मुद्गल, लक्ष्मण सिंह, शिशुपाल सिंह चाहर, नानिगराम,
प्रेमचंद, जयप्रकाश जादौन समेत बड़ी संख्या में शिक्षामित्र मौजूद रहे
News Sabhaar : Jagran (18.12.2013 / Thu, 19 Dec 2013 09:57 PM (IST))
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Shiksha Mitra News : शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन कर मांगी टीईटी से मुक्ति
कानपुर
देहात, कार्यालय प्रतिनिधि : शिक्षामित्रों ने प्राइमरी विद्यालय में
सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन में टीईटी से मुक्त रखे जाने, मानदेय में
वृद्धि समेत तीन सूत्रीय मांगों को लेकर माती मुख्यालय में प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि मांगें पूरी न होने तक शिक्षामित्रों का संर्घष जारी
रहेगा।
आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित धरना
प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि महंगाई बढ़ती जा रही
है लेकिन उनके मानदेय में बढ़ोत्तरी नहीं की गई। उन्होंने शिक्षामित्रों को
8500 रुपये मानदेय दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि करीब 13 वर्ष से
प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर
समायोजन के लिए संशोधित बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 के अनुसार टीईटी से
मुक्त रखा जाए। जिला महामंत्री देवेश दीक्षित ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त
शिक्षामित्रों का परीक्षाफल समय से घोषित कर शासनादेश के मुताबिक प्रशिक्षण
सत्र नियमित किया जाए, जिससे 2014 में शिक्षक पर समायोजन समय से प्रारंभ
हो सके। उन्होंने शिक्षामित्रों को विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षु की भांति
अप्रशिक्षित वेतनमान दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि शीघ्र मांगें
पूरी नहीं हुई तो अंदोलन तेज करने को मजबूर होंगे। शिक्षामित्रों ने
मुख्यमंत्री को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा।
इस दौरान हरमोहन सिंह यादव, दलवीर सिंह, मनोज कुमार, भूपेंद्र सिंह, मनोज
यादव, उदय यादव, आशा पांडेय, विनीता कटियार, आशा पांडेय, चरन सिंह, प्रमोद
कुमार, मेहराज अहमद, अजय पांडेय, दिनेश राजपूत, आशाराम, कमलेश बाबू मौजूद
रहे।
News Sabhaar : Jagran ( 19 Dec 2013 09:01 PM (IST))