Saturday, May 5, 2012

UPTET : Candidates in a state of confusion



युपी टीईटी अनिश्चितता के माहोल में अभ्यर्थी 
(UPTET : Candidates in a state of confusion )


जिस प्रकार दिन पर दिन ढलते  जा रहे हैं , अभ्यर्थीयों में निराशा बढती जा रही है | 
अब वे अपने टी ई टी नेताओं को कोस रहे हैं कि उन्होंने कुछ नहीं किया  , जबकि कुछ अभ्यर्थीयों ने उनको चंदा / योगदान दिया |

में सोचती हूँ / मेने पहले भी बताया था -
संगठन में मजबूती तब आती है , जब उसका आधार मजबूत हो 

सबसे पहले अभ्यर्थी सहमति द्वारा एक एजेंडा / कार्यक्रम ( क्या करना है , कैसे करना है ) बनाते , फिर उस एजेंडे पर सब के हस्ताक्षर  लिये जाते (सहमति के लिये )

अध्यक्ष , सचिव , प्रतिनिधि ( जिलावार /प्रदेश स्तर ) , सदस्य के कार्य व रूरेखा बनाई जाती |

एक कोमन बैंक अकाउंट बनाया जाता और उसको जोइंटली ओपरेट किया जाता ३-४ अधिकृत ( संस्था के प्रतिनिधि द्वारा  ३-४ प्रमुख व्यक्तिओं को जोइंटली ओपरेट करने के लिये )
संस्था के एजेंडे  , एकाउंट, नए सदस्यों को जोड़ने हेतु  लोगों को सूचित किया जाता |
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अब देखने में आ रहा है कि  अभ्यर्थीयों   के आरोप / प्रत्यारोप जारी हैं कि उनके  संघर्ष   मोर्चा नेताओं ने उनके लिये कुछ नहीं किया , चंदा / योगदान भी लिया 

(It might be possible that TET leaders did a good job as per there efforts,
Visited Lucknow, paying fee to advocate etc.
And I don't know, People behind of contribution to pay advocate fee.
TET candidates are upset and this issue can be arise due to uncertain future.

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