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Message given by - सारिका श्रीवास्तव :
मनोज कुमार सिंह "मयंक"जी इस समय इलाहाबाद मुख्यालय ले लगभग ३७ किमी दूर है कल रात उन्होनें बहुत कष्ट के साथ बिताई रास्ते में कोई विश्राम के लिये स्थान नही मिला और रात एक बजे के करीब एक मंदिर में आश्रय लिया स्बह ४ बजे ही मंदिर के पुजारियों ने उनको वहा से हट जाने के लिये बोला तथा तब से अब भी वो रास्ते में ही है और रास्ता भटक जाने के कारण पुन: १० किमी का अतिरिक्त रास्ता तय करते हुये दिन में विश्राम हेतु आश्रय की तलाश कर रहे हैं... सोचने वाले यह बात है कि क्या इलाहाबाद वाले मनोज सर से संपर्क कर उनकी मदद क्यो नही कर रहे हैं ?
Earlier information provided by Mr Manoj Kumar Singh Mayak is :-
UPTET : Article/Information by Mr. Manoj Kumar Singh 'Mayank' , Maneesh Agrhari & TET Pass Candidates reg. foot march from Varanasi to Delhi
मैंने निम्नवत संशोधन कर उसे मार्ग में मिलने वाले प्रत्येक जिम्मेदार व्यक्ति कों देने का संकल्प लिया है|
सेवा में, दिनांक
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महोदय,
हमारे देश को स्वतंत्र हुए ६५ वर्ष से अधिक होने को आये है किन्तु आज तक हमारे देश की कोई विशेष उन्नति नहीं हो सकी है|
क्या आप जानते है की इसका मूल कारण क्या है ?
इसका मूल कारण न तो हमारा संविधान है और न ही हमारा लोकतंत्र |वास्तव में हमें लोकतंत्र के लिए कभी प्रशिक्षित किया ही नहीं गया |
हमारी ३५ प्रतिशत जनता आज भी निरक्षर है|
ऐसे में शिक्षा की बात ही करना बेमानी है|ऐसा नहीं है की कुछ किया नहीं जा रहा है | हमारे समाज में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिये प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार व कई अन्य स्वंयसेवी संस्थाओं द्वारा लगातार कई वर्षों से प्रयास किये जा रहे हैं फ़िर भी हम आशा के अनुरूप लक्ष्य को प्राप्त नही कर पाये हैं।कारण सरकार के विभिन्न अंगों (कार्यपालिका,व्यवस्थापिका और न्यायपालिका) के मध्य आपसी समन्वय का अभाव है और गुणवत्तापरक शिक्षा वोट बैंक की राजनीति का ग्रास बन चुकी है|इसी दिशा में चल रहे प्रयासों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की दूरगामी सोच के अंतर्गत शिक्षक पात्रता परीक्षा को जन्म दिया।आज हमारे समाज में योग्य व निष्ठावान शिक्षकों का पूर्ण अभाव है इससे अध्यापकों की भर्ती में एकरूपता आयेगी व शिक्षा के क्षेत्र में सुधार देखने को मिलेगा।राईट टु एजूकेशन के अन्तर्गत १४ वर्ष तक के बालकों को अनिवार्य शिक्षा प्रदान करनी है और शिक्षा गुणवत्ता परक होनी चाहिये लेकिन राज्य सरकार द्वारा की जा रही मनमानी से यह लागू ही नही हो पा रहा है । उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालायों में सहायक अध्यापकों की संख्या निम्नतम हो गयी है जिसकी कमी को पूरा करके ही हम शैक्षिक स्तर में सुधार ला सकते है परन्तु यहाँ आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा सरकार के लिये महज एक राजनीतिक खेल बन कर रह गयी है ।
राजनीतिक द्वेष की भावना अब हमारे प्रदेश के नौनिहालों को प्रभावित करने लगी है।अध्यापक पात्रता परीक्षा एक संपूर्ण और तर्कसंगत प्रक्रिया होने के बावजूद सरकार टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चयन ना कर नाना प्रकार के आरोप और प्रत्यारोप लगा कर अपनी राजनीतिक द्वेष की क्षुधा को शांत कर रही है और हमारे समाज में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे निजीकरण,बाजारीकरण,अपराधीकरण और शिक्षक चयन में भाई-भतीजावाद के प्रति आंखे फेर कर अपने लोक कल्यान्यान्कारी राष्ट्र की स्थापना के दायित्व को भूल चुकी है।टीईटी को मात्र एक पात्रता परीक्षा मान कर अभ्यर्थियों के चयन का अधार शैक्षिक परिलब्धियों को बनाना निःसंदेह शिक्षा माफ़ियाओं के हाथों को मजबूत करना है|राज्य सरकार शिक्षा का अपराधीकरण करना चाहती है और अपने तुच्छ राजनैतिक हितों के लिए समाज को एक अन्धे कुयें में ढकेलना चाहती है जो कि एक निहायत ही घटिया कृत्य है।हमारी यह दृढ मान्यता है की सरस्वती के विद्या मंदिरों में इंद्र की कुत्सित राजनीति का प्रवेश नहीं होना चाहिए|
हम अपने समाज के बुद्धिजीवी वर्ग से यह आशा करते है कि इस अत्याचार को रोकने मं आगे आयेंगे और हमारे हांथों को मजबूत करेंगे| यदि हमने ऐसा नहीं किया और समय रहते हम नहीं चेते तो हम अपनी भावी पीढी को क्या जवाब देगें?क्या हम उनसे नज़रे मिला सकेगें क्योकि उनके शैक्षिक और नैतिक पतन का जिम्मेदार आज का समाज होगा|अभी समय रहते कुछ ना किया गया तो शायद कुछ भी हासिल नहीं हो सकेगा क्योकि ये वोट की राजनीति करने वाले भारत माता के सपूतों को निगल चुके होगें और हम फ़िर कभी गर्व से नही कह सकेगें कि भारत विश्व का गुरू है|
हमें आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है की आप हमारे हांथों को मजबूत करेंगे और मात्र अपने कुनबे ही नहीं बल्कि देश के शैक्षिक परिदृश्य में अमूल चूल परिवर्तन लाने की मंशा के साथ कृत संकल्पित होकर किये जा रहे इस महाभियान (वाराणसी से दिल्ली पदयात्रा) में हमें अपना नैतिक समर्थन प्रदान करेंगे|
प्रार्थी
मनोज कुमार सिंह “मयंक”
मनीष अग्रहरी और समस्त टीईटी उत्तीर्ण छात्र|
मोबाईल – ०९८०७१२२५६९,०८५४२९९९३६१,
०८८५८३२३७७८
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