Wednesday, May 23, 2012

UPTET : Zee Helpline-Haq Ka Sawal


UPTET : Zee Helpline-Haq Ka Sawal 

Mr. Mohd. Rashid Azad (UPTET Candidate ) thinks Zee Helpline can help you and raise your voice Nationally.And want to suggest its help.

Visit following link for details : http://zeenews.india.com/zeehelpline/


You can ask your problems on this platform.


ज़ी हेल्पलाइन क्या है?
ज़ी हेल्पलाइन आम आदमी की शिकायतों को दूर करवाने में उन्हें सहयोग करने का एक ऐसा प्रयास है जो पारदर्शिता के साथ तेज़ी से मदद करने की कोशिश करता है। ये हमारी उस कोशिश का भी ज़रिया है जिसका मकसद तमाम सार्वजनिक संस्थाओं को और जबावदेह बनाना है ताकि वो ज़्यादा से ज़्यादा जन सुविधाओं को सिटीज़न चार्टर से जोड़ सकें।

ज़ी न्यूज़ आम जनता से उन मामलों को हमारे सामने लाने की अपील करता है जहां घूसखोरी के लिए मज़बूर किया जाता हो, जहां व्यवस्था संवेदनहीन हो गयी हो, जहां क़ायदे-कानून का चोला अनावश्यक तौर पर जटिल, भेदभावकारी और परेशान करने वाला हो, या जहां लालफीताशाही और भाई-भतीजावाद का बोलबाला हो। इसके लिए, आप अपनी शिकायत हमें तीन तरीके से भेज सकते हैं – सीधे टेलीफोन से, इंटरनेट से या डाक से।



You can also call or mail us to register your complaint.
0120- 2511182
0120- 2515232
Zee Helpline: Haq Ka Sawal
Zee News
FC-19, Sector 16-A,
Noida - 201301, India



शिकायतों का दायरा
आपकी शिकायतें इन क्षेत्रों की होनी चाहिए –
  1. जनहित और नागरिक सुविधाएं
  2. किसी भी तरह का भ्रष्टाचार
  3. ऐसा निजी मामला जो जनहित की बड़ी समस्या या चुनौती का प्रतीक हो
  4. ऐसा मामला जो नीति और प्रक्रिया की खामियों को उजागर करे
  5. उपभोक्ता अधिकार
शिकायत भेजने का तरीका
1. अपने परिचय का पूरा और सही ब्यौरा दें। सभी कॉलम को भरना अनिवार्य है। अपना ब्यौरा लिखने के बाद उसे ऑनलाइन सबमिट करें। शिकायत सबमिट करते ही स्क्रीन पर आपकी शिकायत संख्या उभरेगी। इसे नोट करके याद रखें।
2. कृपया ध्यान रखें कि आपका पूरा परिचय हमारी शीघ्र कार्रवाई के लिए ज़रूरी है। इसकी गैर-मौज़ूदगी में हम आपके मामले की अनदेखी के लिए मज़बूर हो जाएंगे।
3. आपकी शिकायत पाने के बाद हम यथाशीघ्र आपके मामले की सच्चाई को खंगालते हैं। लिहाज़ा, ये बेहद ज़रूरी है कि आप शिकायत के साथ अपना वहीं फोन नम्बर लिखें जिस पर आप हमेशा उपलब्ध रहते हों और हमारी पूछताछ के तहत हमें पूरा ब्यौरा विस्तार से बता सकें।

4. आप अपनी शिकायत हमें सिर्फ़ हिन्दी (देवनागरी) या अंग्रेजी में भेज सकते हैं। ज़ी हेल्पलाइन किसी भी अन्य लिपि को समझने में असमर्थ है, जैसे रोमन में हिन्दी या अन्य भारतीय भाषाएं। कृपया हमारी लाचारी समझें। अगर आप लिखने में अच्छे नहीं हैं तो कृपया हमारे हेल्पलाइन नम्बरों (0120-2511182 और 0120-2515232) पर हमें फोन करें। हम फोन पर ही आपसे पूरा ब्यौरा ले लेंगे।
5.ज़ी हेल्पलाइन के लिए आपकी मदद करना आसान होगा अगर आप अपनी शिकायत को संक्षेप में लिखें। साथ ही हमें उन अफ़सरों का नाम, पता, पद, फोन या मोबाइल नम्बर भी उपलब्ध करवाएं जिन्हें आपकी समस्या का निदान करना चाहिए। ऐसा किये बगैर हमारे लिए आपकी मदद कर पाना बेहद मुश्किल होगा। आपकी ओर से दी जाने वाली इस जानकारी के ज़रिये हम उन लोगों से जबाव-तलब करते हैं जिन पर आपकी तकलीफ़ को दूर करने का दारोमदार है। याद रखिए, हम सिर्फ आपकी मदद के लिए हैं, आपकी समस्या तो वही दूर करेंगे जो मामले से सम्बन्धित और जबावदेह हैं। अगर आप हमें ये जानकारी नहीं दे रहे हैं तो समझिए कि आपका हमें शिकायत भेजना बेकार चला जाएगा। 

6. जहां तक ज़ी हेल्पलाइन के काम करने के तरीके का सवाल है तो हम आपको बताना चाहेंगे कि आपकी शिकायत को परखने के बाद हमारी कोशिश उन सम्बन्धित अफ़सरों तक पहुंचने की होती है जिनका उस मामले से ताल्लुक होता है। ताकि हम शिकायत के बारे में उनका पक्ष भी जान सकें। अगर हमें आपका मामला सच्चा और हेल्पलाइन के दायरे का लगता है तो फिर हम आपकी ओर से उन अफ़सरों या उनके भी अफ़सरों पर तब तक दबाव बनाते रहते हैं, जब तक कि शिकायत का संतोषजनक समाधान नहीं हो जाता।
7. ज़ी हेल्पलाइन के तहत किसी भी गैर-संजीदा और दुर्भावनापूर्ण शिकायत पर गौर तक नहीं किया जाता है। हम उन मामलों में भी किसी भी तरह की दखलंदाज़ी नहीं कर सकते हैं, जो देश की किसी भी अदालत के विचाराधीन हो।

8. आपसे आग्रह है कि आप लम्बी शिकायत लिखने से परहेज़ करें। इसके लिए हम आपके आभारी होंगे। कोशिश कीजिए कि आपकी बात 200 शब्दों में पूरी हो जाए। हमें और ब्यौरे की ज़रूरत होगी तो हम आपसे सम्पर्क करेंगे।
9. कृपया हमारे पास अपने किसी ऐसे पत्राचार को कॉपी-पेस्ट करके नहीं भेजें जिसे आपने किसी संस्था या व्यक्ति के पास भेजा हो या भेजना चाहते हैं। मेहरबानी करके, ये ध्यान रखिए कि ज़ी हेल्पलाइन, मीडिया की मदद पाने की एक निःशुल्क सेवा है। इसका मकसद समाज की स्वैच्छिक तरीके से मदद करना है ताकि हमारी हुकूमत संवेदनशील, पारदर्शी और जबावदेह बन सके।
10. कृपया ध्यान रखें कि ज़ी हेल्पलाइन किसी के लिए भी व्यक्तिगत रंजिश या बदले की भावना के तहत काम करने का हथियार नहीं बनना चाहता। ज़ाहिर है, हमसे ऐसी किसी कार्रवाई की अपेक्षा रखना बेमानी होगा कि हम किसी निजी रंजिश का हिस्सा बनें।


No comments:

Post a Comment

To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.