UPSESSB / UPMSSCB : टीजीटी-पीजीटी की चयन प्रक्रिया पर लगा विराम
इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष के काम काज पर रोक लगने के साथ ही माध्यमिक विद्यालयों में खाली पड़े शिक्षकों पदों के चयन पर विराम लग गया है। अध्यक्ष केकाम काज पर रोक के कारण चयन बोर्ड में प्रधानाचार्य पदों की चयन प्रक्रिया भी अटक गई है। इन पदों पर चयन की प्रक्रिया ठप होने से नए शैक्षिक सत्र में माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी होगी और साइंस, मैथ्स, अंग्रेजी समेत कई विषयों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
विवादों में अध्यक्ष -
चयन बोर्ड में अनियमितता का मामला पहली बार ‘अमर उजाला’ ने प्रमुखता से उठाया था। टीजीटी-पीजीटी में घोटाले का पर्दाफाश होने पर तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने जांच बैठा दी थी। जांच में फर्जी नियुक्ति के मामले पकड़े गए। सचिव माध्यमिक शिक्षा ने दस साल की भर्तियों पर जांच बैठा दी। जांच के कारण दो हजार चयनित शिक्षकों को ज्वाइनिंग नहीं मिली। इससे भी बड़ा विवाद टीजीटी-पीजीटी में अध्यक्ष और एक सदस्य के रिश्तेदारों के चयन पर हुआ। विवाद से दोनों का चयन निरस्त कर दिया गया और अध्यक्ष डॉ.आरपी वर्मा के खिलाफ जांच बैठा दी गई। दो दिन पहले शासन ने अध्यक्ष का कामकाज पर ही रोक लगा दी जिससे सारी भर्तियां प्रभावित हो गई हैं।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष के काम काज पर रोक लगने से संकट बढ़ा
दस में छह सदस्यों के पद खाली
चयन बोर्ड में पहले से ही 10 में से छह सदस्यों के पद खाली चल रहे हैं। एक सदस्य के काम पर रोक है। वर्तमान में तीन सदस्यों के जिम्मे चयन की जिम्मेदारी है। पद खाली होने और अध्यक्ष के खिलाफ जांच लंबित होने के बाद अब पूरी प्रक्रिया ठप पड़ गई है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरम के अभाव में अब चयन बोर्ड कोई भी चयन नहीं कर सकता।
ढाई लाख का चयन टला
•टीजीटी-पीजीटी में 2.50 लाख अभ्यर्थियों का चयन टला
•टीजीटी के लिए आवेदन करने वालों में लगभग 1.60 लाख अभ्यर्थी शामिल
•पीजीटी के लिए आवेदन करने वालों में लगभग 90 हजार अभ्यर्थी शामिल
•प्रदेश में इस समय लगभग साढ़े नौ हजार पद खाली
•लगभग 2200 शिक्षकों का प्लेसमेंट का मामला लटका
•टीजीटी के 1500 और पीजीटी के लगभग 700 चयनित शिक्षकों को नहीं मिली ज्वाइनिंग
Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120703a_002174005&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120703a_002174005 / Amar Ujala (3.7.12)
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In these days CORRUPTION is very very high and ONLY Culprits should be punished if they found guilty in investigation. Best way of selection is multilevel written examination through different bodies, Human interviewers weightage should be made to be with negligible effect.
After selection , If it is found candidates have shortcoming then necessary action can be taken & once again written examination should be conducted.
kya puri prakriya pr rok lag gayi hai . ya sam bhawna he ki exam is date ya aas paas koi date me ho .
ReplyDeleteplz answer
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