UPTET - टीईटी परीक्षा और चयन का आधार
कुछ एकेडमिक सपोर्टर , टी ई टी मेरिट होल्डर्स पर आरोप लगा रहे हैं कि - आई ए एस , पी सी एस की परीक्षा में बैठे (अगर वे इतने ही होशियार हैं )|
पर यही बात इन एकेडमिक सपोर्टर्स पर भी लागु होती है कि - अगर ये लोग इतने मेधावी हैं पदाई में , तो प्राथमिक शिक्षा में क्यूँ आना चाहते हैं |
प्राथमिक शिक्षकों के लिए चयन का आधार (टी ई टी अंकों के आधार पर ) पहले ही तय हो चुका था और यह परीक्षा सभी अभ्यर्थीयों के लिए सामान थी |
अत: कुछ लोगो को ये कहना कि - इतने होशियार हो तो आई ए एस बनो इत्यादि , बेहद गलत है |
अदालत पहले भी ऐसे मामलों को गंभीरता से ले चुकी है , और ४.५ लाख रूपए का जुर्माना भी लगा चुकी है |
क्या चयन का आधार बदलने से धांधली करने वाले लोग बहार हो जायंगे (या पहले जो चयन सम्पूर्णानन्द यूनिवर्सिटी आदि से हुए थे , अब नहीं होंगे )
कुछ लोगो का कहना है कि - ९० मिनट की परीक्षा = सारी जिन्दगी की पदाई, कैसे हो सकती है |
में सिर्फ यह कहना चाहूंगी कि टी ई टी परीक्षा (प्राथमिक लेवल ) , सिर्फ प्राथमिक शिक्षा हेतु विशष परीक्षा है | और इस परीक्षा का समावेश शिक्षा में सुधार हेतु किया गया है |
अत इस परीक्षा के अंकों का महत्व बेहद ज्यादा है |
बेंक इत्यादि में भी क्लर्क व आफिसर के लिए अलग अलग एप्टीटुड टेस्ट / परीक्षाएं होती हैं |
आप लोगो ने देखा होगा की के वी एस ने सीटीईटी परीक्षा की उच्च कट ऑफ़ अभ्यर्थीयों को ही साक्षात्कार के लिए बुलाया और सारे हिंदुस्तान में चयन के लिए टी ई टी अंकों का उपयोग लिया जा रहा है |
प्राथमिक शिक्षा में अकादमिक अंकों को चयन का आधार बनाने के बाद कई बार फर्जी वाडा देखने को भी मिला , और अलग अलग बोर्ड, यूनिवर्सिटीयों की मार्किंग पद्दति भिन्न होने से सबको सामान अवसर नहीं मिल
पाता |
अकादमिक अंकों का भी महत्व है और उनका न्याय संगत तरीके से 30-35/उचित प्रतिशत वेटेज दिया जा सकता है (जैसे आई आई टी चयन प्रक्रिया में यू पी बोर्ड 65 % अभ्यर्थीयों को , सी बी एस ई 78 % अभ्यर्थीयों के समतुल्य माना गया है )
अगर अकादमिक अंको से चयन की बात की जाए तो कभी यू पी बोर्ड टोपर दिल्ली के श्री राम कालेज ऑफ़ कोमर्स आदि में चयनित नहीं हो सकता , क्यूंकि यू पी बोर्ड टोपर ९५ % से अधिक अंक नहीं ला पाते और श्री राम कालेज ऑफ़ कोमर्स की कट ऑफ़ सामन्यता ९५ % से ऊपर रहती है |
लेकिन बहुत से यू पी बोर्ड अभ्यर्थी - आई आई टी , एम्स चयनित हो जाते हैं और चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा आदि में अच्छा प्रदर्शन करते हैं
इन बातों को देखते ही केंद्र सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलोजी द्वारा दी जा रही फेलोशिप में स्केलिंग पद्दति द्वारा विविध बोर्ड के अभ्यर्थीयों के लिए अलग अलग कट ऑफ़ निर्धारित की है |
See :
Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for 2008, 2009, 2010, and 2011 | ||||
2008 | 2009 | 2010 | 2011 | |
UP Board | 69.2 | 72.6 | 77 | 77 |
CBSE | 91 | 92.4 | 91.8 | 93.2 |
ICSE | 93 | 93.3 | 93.2 | 93.43 |
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