Monday, July 30, 2012

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण का स्कूलों में हो समायोजन : तोमर


UPTET :  टीईटी उत्तीर्ण का स्कूलों में हो समायोजन : तोमर


सहारनपुर (जासं) : उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक संघ के जिलाध्यक्ष विजेन्द्र कुमार तोमर ने प्रदेश सरकार से टीईटी उत्तीर्ण करने प्रत्येक अभ्यर्थी का स्कूलों में समायोजन कराने की माग की। उन्होंने कहा कि एक ओर इससे प्रदेश में शिक्षकों का टोटा पूरा होगा, दूसरी ओर टीइटी अभ्यर्थी को भी नौकरी मिल जायेगी। उन्होंने कहा प्रदेश में लाखों शिक्षकों के पद खाली पड़े है


रविवार को संघ कार्यालय पर हुई बैठक में जिलाध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि बीएड डिग्रीधारकों को सरकार से कई उम्मीदें है। टीईटी उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को स्कूलों में समायोजित करने से शिक्षकों की कमी पूरी हो सकेगी। ललतेश गर्ग व राजेश कुमार का कहना था कि बीएड डिग्रीधारकों को अपना हक प्राप्त करने के लिए संगठन को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने टीईटी संकट के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पूर्व सरकार को कोसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनावी फायदे के लिए नियुक्तियों को लटकाये रखा। वर्तमान सरकार को चाहिए टीइटी अभ्यर्थियों के रूप में तैनात दे। उन्होंने कहा कि टीइटी अभ्यर्थियों ने बहुत संघर्ष किया है। उनकों संघर्षो का फल मिलना चाहिए।


बैठक को अश्वनी गौतम, नफे सिंह गुर्जर, अरुण शर्मा, प्रदीप धीमान, राजेश पुंडीर, नवीन कुमार, अरविंद कुमार, रोशन लाल, महक सिंह, सुधा शर्मा, शिखा शर्मा, अंजलि पंवार, प्रवीण कुमार, राजकुमार आदि उपस्थित रहे


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9519630.html / Jagran ( 29.7.12)
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News Review on Blog -
As UPTET 2011 exam is not cancelled therefore UP is having large number of TET qualified candidates ( As per NCTE Guideline to maintain quality of teachers ) to implement RTE (Right To Education) as a bonus.


Candidate's needed job, UP Govt. having large number of vacancies, So If they are engaged in teaching profession then Govt.'s lot of burden ended for shortage of teachers.And it will also be helpful to
remove UNEMPLOYMENT in state.

UPTET : यूपी में होगी 72 हजार शिक्षकों की भर्ती



UPTET : यूपी में होगी 72 हजार शिक्षकों की भर्ती

यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 2.56 लाख शिक्षकों की कमी है। राज्य सरकार ने शिक्षकों की भर्ती के लिए 31 मार्च 2015 तक समय देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय को नए सिरे से प्रस्ताव भेजा है। यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता निदेशक विक्रम सहाय द्वारा भेजे गए निर्धारित प्रोफार्मा के आधार पर भेजा गया है

राज्य की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि शिक्षकों की भर्ती कई चरणों में की जाएगी। पहले चरण में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके बाद तीन चरणों में 1.24 लाख शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। इसके बाद रिक्तियों के आधार पर शेष शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।


मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद छात्र शिक्षक अनुपात में बदलाव कर दिया है। प्राइमरी स्कूलों में 30 बच्चों पर एक और उच्च प्राइमरी में 35 बच्चों पर एक शिक्षक रखने की अनिवार्यता है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना अनिवार्य कर किया है। एनसीटीई ने 31 अगस्त 2010 को अधिसूचना जारी करते हुए राज्यों को 1 जनवरी 2012 तक प्राइमरी स्कूलों में बीएड डिग्रीधारकों को रखने की अनुमति दी थी। यूपी में टीईटी के विवादों में पड़ने से शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है


यूपी में सत्ता बदलने के बाद बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक पद पर भर्ती के लिए 31 मार्च 2015 तक समय देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय को 14 मई 2012 को पत्र लिखा गया था। वहां के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता निदेशक विक्रम सहाय ने 28 जून 2012 को प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार को पत्र भेजकर शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 23 (2) का पालन करने का परामर्श देते हुए निर्धारित प्रोफार्मा पर प्रस्ताव मांगा गया था। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने नए सिरे से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है।


इसके मुताबिक प्राइमरी स्कूलों में 1.77 लाख सहायक अध्यापक और 25058 प्रधानाध्यापक की कमी बताई गई है। उच्च प्राथमिक स्कूलों में 36 हजार 628 सहायक अध्यापक तथा 19 हजार 292 प्रधानाध्यापक की कमी बताई गई है। 


इस हिसाब से 2 लाख 56 हजार 978 शिक्षकों की कमी सरकारी स्कूलों में है। प्रस्ताव के मुताबिक पहले चरण में 72 हजार 825 सहायक अध्यापक प्राइमरी स्कूलों में रखे जाएंगे। इसके बाद तीन चरणों में 1.24 लाख शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। 


इस हिसाब से 1 लाख 96 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती होने के बाद 60 हजार 153 शिक्षकों की कमी रह जाएगी। इसके बाद शिक्षकों के शेष रिक्त पदों पर अगले चरण में भर्ती होगी


News Source : http://www.amarujala.com/national/nat-72-thousand-teachers-will-be-recruited-in-up-30315.html / Amar Ujala (30.07.12)
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UP is ready for big recruitment , as 2.56 lakh teachers posts are vacant.
In Primary section  1.77 Lakh teachers are required and 25058 Head Masters are required.
For Upper Primary - 36628 teachers are required and 19292 Head Masters are required.


Due to UPTET matter complexity, process of selection is delayed.
And its matter still pending in Allahabad Highcourt , Next Date is 6-August 2012.

Sunday, July 29, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प



विधान भवन के सामने बगैर अनुमति दे रहे थे धरना
पुलिस ने अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर रिहा किया

लखनऊ: अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में प्राप्त अंकों की मेरिट बने और उसके आधार पर अभ्यर्थियों की शिक्षक पद पर तैनाती की जाय। इस एक सूत्री मांगों को लेकर विधान भवन के सामने बगैर लिखित अनुमति के धरना देना टीईटी पास अभ्यर्थियों को महंगा पड़ गया। पुलिस ने न केवल उन्हें यहां से भगाया बल्कि गिरफ्तार करके पुलिस लाइन ले गए जहां उन्हें देर शाम रिहा कर दिया गया।


उप्र टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रविवार को सुबह करीब 10 बजे विधान भवन के सामने पहुंचे अभ्यर्थियों ने धरना शुरू किया ही था कि पुलिस अधिकारियों ने धरना बंद करने का फरमान जारी कर दिया। इस बीच अभ्यर्थियों ने जबरन धरना करने और मौखिक आदेश लेने की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। धरने को लेकर पुलिस अधिकारियों और अभ्यर्थियों में गरमागरम बहस होने लगी। इस बीच पुलिस अधिकारियों ने पीएसी को बुलाकर जबरन अभ्यर्थियों को भगाना शुरू कर दिया। जवानों ने अभ्यर्थियों पर लाठियां भी भांजीं और उन्हें जबरन गिरफ्तार कर लिया। मोर्चा के अध्यक्ष गणेश शंकर दीक्षित ने प्रशासन पर अभद्रता करने और आदेश को बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार पर तैनाती न करके प्रदेश सरकार नियमों का उल्लंघन कर रही है। पुलिस ने 80 से अधिक अभ्यर्थियों को जबरन बस में बैठाकर गिरफ्तार कर लिया और रिजर्व पुलिस लाइन ले गई जहां सभी को देर शाम रिहा कर दिया गया। गिरफ्तार होने वालों में राकेश यादव, राम जनक यादव, आशुतोष, पवन, रत्‍‌नेश व सुनील सिंह सहित कई अभ्यर्थी शामिल है


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-9518269.html / Jagran ( 29.7.12)
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Cndidates are giving Dharna Pradarshan without information to administration and that is why they are arrested and after some time they are released.


Matter is pending in Allahabad Highcourt and hopefully on next date 6th August 2012 everything will be finalized.

CTET II - 2012 : तीसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा का भी बजा बिगुल


CTET II - 2012  : तीसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा का भी बजा बिगुल

Third CTET Online Application shall be started from 1st  August 2012 to 31st August 2012.
Examination will be on 18th November 2012

रांची : सीबीएसई ने तीसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा 'सीटेट' की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह परीक्षा 18 नवंबर को दो पालियों में होगी। कक्षा एक से पांच तक का शिक्षक बनने के लिए पहली पाली तथा छह से आठ तक का शिक्षक बनने के लिए दूसरी पाली की परीक्षा में शामिल होना होगा। जो अभ्यर्थी कक्षा एक से आठ तक के लिए शिक्षक बनना चाहते हों, वे दोनों पालियों की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए पहली बार एक अगस्त से 31 अगस्त तक सीबीएसई या सीटेट की वेबसाइट पर आनलाइन फार्म भरे जाएंगे। सीबीएसई अबतक ऐसी दो परीक्षाएं आयोजित कर परिणाम जारी कर चुका है

उल्लेखनीय है कि निश्शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम-2009 के तहत केंद्र सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य कर दिया है। बाकायदा एनसीटीई ने इस पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए रेगुलेशन जारी किया है, जिसमें कक्षा एक से पांच तथा छह से आठ तक के शिक्षक के लिए अलग-अलग अर्हता तय की गई है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने अखिल भारतीय स्तर पर शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी सीबीएसई को दी है। वहीं, राज्य स्तर पर सरकारी स्कूलों में नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) आयोजित करने का प्रावधान है। झारखंड में अभी तक एक भी 'टेट' परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक नहीं हो सका है

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सीटेट से जिन स्कूलों में बन सकते हैं शिक्षक
- सभी निजी स्कूल
- केंद्रीय विद्यालय
-नवोदय विद्यालय


- राज्य सरकार चाहे तो 'टेट' आयोजित नहीं होने पर 'सीटेट' उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कर सकती है शिक्षक पद पर नियुक्ति


News Source : http://www.jagran.com/jharkhand/ranchi-9517287.html / Jagran ( 29.7.12)
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Candidates can appear again to improve their scores in CTET examination.
This is 3rd CTET examination.
About CTET / TET Examination -

See Notification of NCTE - http://www.ncte-india.org/RTE-TET-guidelines[1]%20(latest).pdf



Qualifying marks  
9 A person who scores 60% or more in the TET exam will be considered as TET pass. School managements (Government, local bodies, government aided and unaided)   
(a) may consider giving concessions to persons belonging to SC/ST, OBC, differently abled persons, etc., in accordance with their extant reservation policy; 



(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process; however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for appointment



11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The  Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score. (Pt.No. 11)

UPTET : एडेड स्कूलों की भर्ती नियमावली में होगा


UPTET : एडेड स्कूलों की भर्ती नियमावली में होगा बदलाव , मनमाने तरीके से होने वाली भर्ती पर लगेगी रोक
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सुबह 10 बजे यूपीटीईटी संघर्ष मोर्चा का धरना प्रदर्शन, विधानसभा धरना स्थल in Lucknow on 29.07.12
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•कम से कम दो अखबारों में निकलवाना होगा विज्ञापन
•पर्याप्त आवेदन न आने पर दोबारा जारी होगा विज्ञापन


लखनऊ। राज्य सरकार अब बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त (एडेड) स्कूलों की भर्ती नियमावली में बदलाव करने जा रही है। नियमावली में शिक्षकों और लिपिकों की भर्ती प्रक्रिया के नियम बदले जा रहे हैं। इसके मुताबिक मृतक आश्रित कोटे पर सीधे शिक्षक नहीं रखे जा सकेंगे। शिक्षकों की भर्ती के लिए बीएड अथवा बीटीसी के साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करना अनिवार्य होगा

लिपिकों की भर्ती के लिए इंटर के साथ कंप्यूटर का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य होगा। भर्ती से पहले छात्र संख्या के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में प्रस्ताव भेजना होगा। बीएसए इसकी जांच कराने के बाद भर्ती प्रक्रिया के लिए मंजूरी प्रदान करेंगे। इसके लिए बेसिक स्कूल (जूनियर हाईस्कूल) अध्यापकों की भर्ती एवं सेवा की शर्तों नियमावली 1978 में संशोधन कर इसका प्रावधान किया जा रहा है। इसे शीघ्र ही कैबिनेट से मंजूरी दिलाने की तैयारी है।


बेसिक शिक्षा परिषद निजी क्षेत्र में चलने वाले 10 साल से अधिक पुराने जूनियर हाई स्कूलों को सहायता प्रदान करता है। यूपी में मौजूदा समय करीब 3700 ऐसे स्कूल हैं। इन स्कूलों में रखे जाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को सरकारी स्कूलों के समान वेतनमान दिया जाता है। रिटायरमेंट के बाद इन्हें भी सभी सरकारी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इसके चलते इन स्कूलों में शिक्षकों और कर्मियों की भर्ती को लेकर मारामारी रहती है। स्कूल प्रबंधन बीएसए से साठगांठ कर शिक्षकों की भर्ती कर लेता है। इन भर्तियों की जानकारी कम लोगों को ही हो पाती है। राज्य सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए टीईटी पास करने वालों को एडेड स्कूलों के लिए पात्र माना है। इसीलिए नियमावली में बदलाव किया जा रहा है
सूत्रों का कहना है कि नियमावली में संशोधन होने के बाद एडेड स्कूल मनमाने तरीके से शिक्षकों और कर्मियों की भर्ती नहीं कर पाएंगे। इसके लिए कम से कम दो अखबारों में रिक्तियों से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित कराना होगा।
पर्याप्त संख्या में आवेदन न आने पर इसके लिए दोबारा विज्ञापन निकलवाना होगा। स्कूल प्रबंधन को इसकी जानकारी बीएसए ऑफिस में देनी होगी। इसके अलावा पूर्व में जिन स्कूलों के लिए रिक्तियां निकाली गई हैं और अभी तक उनकी भर्तियां नहीं हो पाई हैं, वे शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त कर भर्तियां कर सकते हैं। संशोधित नियमावली जारी होने के बाद नए नियमों के तहत भर्तियां करनी होंगी



News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120729a_003163010&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120729a_003163010 / Amar Ujala ( 29.7.12)
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To Stop Cheating in  Selection in Aided Colleges , UP Govt. is going to change Niyamavali / G.O.

Saturday, July 28, 2012

Information related to Shiksha Mitra for their appointment as Assistant Teacher in UP


शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यपक बनाये जाने के बारे में 
(Information related to Shiksha Mitra for their appointment as Assistant Teacher in UP)

Source : http://information.up.nic.in/View_Hindinews.aspx?id=204
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English Version : -

Decision taken to appoint 'Shiksha Mitra' as assistant teachers at government primary schools after imparting them 2 year's training through distance learning programmes  At the cabinet meeting chaired by the Uttar Pradesh Chief Minister Mr. Akhilesh Yadav, it was decided that the untrained 'shiksha mitra' would be trained through distance learning programmes for two years and then appointed as assistant teachers in government primary schools run by the 
Basic Shiksha Parishad. According to the cabinet decision,  as per the directives issued by the state government dated July 11, 2011 for training of the 'shiksha mitra', 1,24,000 graduate 'shiksha mitra' are proposed to be trained in two batches, the first batch of 62,000 'shiksha mitra' in July 2011 and second batch of 62,000 in July 2013. 
The cabinet also approved the proposal to train the second batch in July 2012. In the same way 62,000 trained candidates would be posted in July 2013, 62,000 in July 2014 and 48,000 in July 2015. This includes the intermediate qualified 'shiksha mitra' also. The moment they achieve 
graduate qualification, the state government would also consider their appointment as teachers. Sanction would be taken from the National Teachers Education Council about the intermediate qualified 'shiksha mitra'. 
During the training they would be identified by the first posting date of the Shiksha Mitra. Thereby meaning that the ones who have been posted in Gram Panchayats first will be kept above in the seniority list. If many 'shiksha mitra' had same date of appointment then the  one having higher educational qualifications would be considered senior. If the appointment 
date and the educational qualifications are also the same, the date of birth would be considered for seniority of 'shiksha mitra; and the older person would be considered senior. In this process the reservation would be duly implemented.



Source : http://information.up.nic.in/View_engnews.aspx?id=54
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Cabinet decides to make the Teachers Eligibility Test 2011  a qualifying examination 


Present Basic Education (Teachers) Services Rules  to be amended and past system to be restored At a cabinet meeting chaired by the Chief Minister Mr. Akhilesh Yadav 
at the Lal Bahadur Shastri Bhawan here today, a decision to make the Teachers Eligibility Test -2011 a qualifying exam was taken. It is pertinent to mention here that the union government conceptualized the TET as a qualifying examination. It was henceforth decided that it was in the basic spirit legally to make it a qualifying exam. 
Following this order, the state government will not have to immediately hold the TET and selecting candidates qualifying the TET 2011 as teachers would be made possible. The candidates who have passed the TET 2011 for junior high school level will not be eligible for the posts of teachers under the Basic Shiksha Parishad but will instead be only eligible 
for vacant positions in government aided or private schools
It is to be mentioned here that the committee formed  by the state government under the chairmanship of the chief secretary had recommended to make the TET 2011 a qualifying exam.  After the recommendations of this committee being accepted by the state cabinet, the 
basis of selection of teachers would be, as in the past, educational qualifications of the candidates and the marks he has scored at different levels. 
Because of this, effect of irregularities on the selection process of the TET 2011 would be zero. After the decision of the cabinet the existing Basic Education (Teachers) Service Rules would be amended and  the previous system would be restored. The press release issued for appointment recently will be cancelled and, a fresh recruitment advertisement based on the 
amended rules would be issued at district level and the process of appointment would be started. 



Source : http://information.up.nic.in/View_engnews.aspx?id=54
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Friday, July 27, 2012

CTET पास भी उत्तर प्रदेश में बन सकेंगे शिक्षक



CTET पास भी उत्तर प्रदेश में बन सकेंगे शिक्षक



यूपी सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने वाले को भी उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने के लिए पात्र मान लिया है। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद अध्यापक सेवा नियमावली में प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही टीईटी को पात्रता परीक्षा मानने संबंधी कैबिनेट के निर्णय पर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया है



यूपी में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए नवंबर 2011 में टीईटी आयोजित की गई। इसमें गड़बड़ी की शिकायत पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी बनाते हुए रिपोर्ट मांगी गई। मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर इसे पात्रता परीक्षा मानने का प्रस्ताव कैबिनेट से पास कराया गया। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने कैबिनेट निर्णय के आधार पर शासनादेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि टीईटी पात्रता परीक्षा होगी।


इसे पास करने वाला ही बेसिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए पात्र माना जाएगा। इसके साथ सीबीएसई द्वारा आयोजित टीईटी पास भी यूपी में शिक्षक बनने के लिए पात्र माना जाएगा। इसके लिए सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अध्यापक सेवा नियमावली के 12वें संशोधन में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर चयन की पूर्व व्यवस्था बहाल की जाएगी

शासनादेश में कहा गया है कि छह माह के विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के लिए चयनित बीएड कॉलेजों को भी अधिकृत किया जाए। टीईटी से संबंधित किसी अनियमितता, आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा और उसका चयन निरस्त किया जाएगा। इसके साथ ही टीईटी-2012 को छह माह के अंदर कराए जाने के लिए जरूरी तैयारियों को कहा गया है। पूरे प्रकरण की विभागीय जांच के लिए प्रस्ताव मांगा गया है। टीईटी कौन आयोजित कराएगा इसके लिए अलग से प्रस्ताव मांगा गया है


News Source : http://www.amarujala.com/national/nat-ctet-pass-candidates-may-become-teachers-in-up-30188.html / Amar Ujala ( 27.7.12)
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CTET qualifide candidates can also apply for UP Teacher jobs. However domicile etc. matter is not clear.


Some candidates asked on blog through comments - Is it happens in other state also.


As per my knowledge -
Haryana, Punjab , Rajasthan , Bihar, Gujarat etc. not given chance to CTET candidates. (If any of you have better knowledge then please post your views through comment)


In Delhi State (DSSSB Recruitment of Teachers)  CTET candidates can apply but it is not mentioned that TET qualifide of other states are eligible. 


If a state not conducted TET test in a year, then it can use CTET qualification.


If TET/CTET is just only eligibility test then there is no need to sit again and again to improve marks.


However employer (in this case Government) have various right of relaxation and choose method for selection of employees.
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If other states CTET qualified candidates become eligible to apply in UP then competition will become fierce and may by dominated by CBSE/ICSE etc. board.
But still domicile details is not cleared.

UPTET: अगली शैक्षिक पात्रता परीक्षा छह माह के भीतर


UPTET: अगली शैक्षिक पात्रता परीक्षा छह माह के भीतर

-टीईटी को अर्हकारी परीक्षा बनाने के लिए शासनादेश जारी


-बढ़ेगी बीएड अभ्यर्थियों के चयन के लिए निर्धारित तिथि


लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीते वर्ष आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011 को अर्हकारी परीक्षा बनाने के मंत्रिपरिषद के निर्णय पर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया। इसमें छह महीने के भीतर अध्यापक पात्रता परीक्षा-2012 आयोजित करने का निर्देश भी है


आदेश में कहा गया है कि अध्यापक पात्रता परीक्षा अर्हकारी ही रहेगी। साथ ही निर्देश दिया कि भारत सरकार की ओर से बीएड अभ्यर्थियों के चयन के लिए पूर्व निर्धारित 1 जनवरी 2012 की तिथि 31 मार्च 2015 तक बढ़ाने का निर्णय यथा शीघ्र कराया जाए। टीईटी के साथ ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से ली गई पात्रता परीक्षा को भी नियमों में संशोधन कर अर्हकारी मान लिया जाए


आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए बारहवें संशोधन के पूर्व शैक्षणिक योग्यता के आधार पर वेटेज की व्यवस्था को बहाल किया जाए और छह माह के विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण हेतु चयनित बीएड कालेजों को अधिकृत किया जाए। जांच में अभ्यर्थियों का नाम अनियमितता में आने पर चयन रद कर दिया जाएगा

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-9510070.html / Jagran ( 26.7.12)
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12th Amendment is going to cancel and previous selection policy of educational/academic merit will be used in new selections.
However previous advertisement (selection through TET Merit)matter reg. 72825 posts for selection of TET candidates is still running in court, and next date is on 6th-Aug-2012.

Thursday, July 26, 2012

यूपी: 50 हजार सरकारी नौकरियां जल्द



यूपी: 50 हजार सरकारी नौकरियां जल्द



उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों में लगी नियुक्तियों पर रोक हटने जा रही है। इसके लिए विभागवार रिक्तियों का आंकड़ा जुटने लगा है। पुलिस महकमे में ही पच्चीस हजार कांस्टेबिल भर्ती होंगे। राजस्व विभाग में भी दस हजार नियुक्तियों को कवायद की जा रही है। इनके अलावा ग्राम्य विकास, चकबंदी, आपूर्ति, कृषि, वन, गन्ना और सिंचाई विभाग में नियुक्ति की कवायद शुरू होगी

इस समय कोई विभाग ही ऐसा होगा जहां मानक के मुताबिक कर्मचारियों की तैनाती हो। एक अधिकारी पर कई कई जिलों के चार्ज हैं। जहां दस क्लर्क होने चाहिए वहां तीन से काम चलाया जा रहा है। स्थिति यह है कि स्टाफ की कमी के चलते सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी ठीक से नहीं हो पा रहा। मृतक आश्रितों के कोटे में होने वाली भर्ती भी नई सरकार में बंद थी। 


अब राजस्व परिषद द्वारा जुटाए जा रहे आंकड़ों से साफ है कि नौकरियों पर लगा ब्रेक हटने जा रहा है। राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि वह अपने यहां खाली पदों की स्थिति पर रिपोर्ट दें। बताया जाता है कि प्रदेश सरकार ने सभी विभागों में नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी। पिछली सरकार में जो भर्तियां निकाली भी गईं थीं उन पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई, लेकिन अब सरकार ने नौकरियों पर लगा ब्रेक हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि विभागों में रिक्त पदों को जल्द भर दिया जाएगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर सेकेंड ग्रेड तक पर नियुक्ति करने की तैयारी शुरू हो रही है




सर्वाधिक रिक्तियों वाले विभाग


कृषि विभाग
आपूर्ति विभाग
वन विभाग
राजस्व विभाग
ग्राम्य विकास
पुलिस महकमा
नगर निकाय
मत्स्य विभाग
गन्ना विभाग
सिंचाई महकमा
आबकारी
कारागार


News Source : http://www.amarujala.com/national/nat-more-than-50-thousands-recruitment-in-govt-sector-in-up-30150.html / Amar Ujala (26.7.12)
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After all big recruitment in UP is going to start after collection of all job data.


However , there are many vacancies in education sector as well for implementation of RTE.


I expect -
May be at the end of this year or start of next year new vacancies come out and their examination, finalization of result etc. may take 6-8 months. Expected to fill these vacancies in between July-Oct. 2013.

UPTET : TET-2011 की नियुक्तियां हुई नहीं, 2012 की तैयारी शुरु



UPTET : TET-2011 की नियुक्तियां हुई नहीं, 2012 की तैयारी शुरु


शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्तियां अब तक नहीं हुई हैं। शासन ने अब टीईटी-2012 की तैयारियां शुरू कर दी गई है। शासन ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से एक सप्ताह में अगली परीक्षा के संबंध में प्रस्ताव मांगा है। माना जा रहा है कि टीईटी अक्तूबर या नवंबर में आयोजित कराई जाएगी

शासन ने एससीईआरटी से पूछा है कि टीईटी का आयोजन कब और किस प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया है। राज्य सरकार को हर साल जुलाई में टीईटी आयोजित कराना है। 


गौरतलब है कि उत्‍तर प्रदेश मे पहली बार टीईटी नवंबर 2011 में आयोजित कराई गई। यह परीक्षा दो स्तरों- प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर कराई गई। प्राथमिक स्तर पर 72,800 अध्यापकों की नियुक्ति इसके तहत की जानी है। प्राथमिक कक्षाओं के लिए 2,92,913 अभ्यर्थियों और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए 2,64,928 अभ्यर्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है। 


मायावती सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया दिसंबर, 2012 तक पूरी कर देने का लक्ष्य रखा था। तब शासन ने टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्तियों का आदेश दिया था। लेकिन मेरिट सूची में पाई गई गड़बड़ियों के कारण नियुक्ति प्रक्रिया टल गई। अब राज्य सरकार ने में टीईटी-2011 को पात्रता परीक्षा मानते हुए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। 
कैरियर
इसके बाद वर्ष 2012 में टीईटी आयोजित कराने के लिए एससीईआरटी से प्रस्ताव मांगा गया है। साथ ही बेसिक शिक्षकों की भर्ती के लिए अध्यापक सेवा नियमावली में संशोधन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती करने से पहले अध्यापक सेवा नियमावली में संशोधन किया जाना है। संशोधित नियमावली को कैबिनेट से मंजूरी के बाद शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी


News Source : http://www.amarujala.com/national/nat-tet-passed-in-2011-has-not-been-appointed-govt-preparing-for-2012-30149.html / Amar Ujala (26.7.12)
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This time it is NOT clear that B Ed candidates are eligible to apply UPTET 2012 (Primary Level).
For upper primary level, direct appointments in Govt. sector is a problem as they can apply in Govt. Aided colleges, but not directly to government colleges.


Kindly confirm, If anybody feel different.
If any valid comment comes then it can be added with Blog Post.

Tuesday, July 24, 2012

UP Cabinet Decision Regarding - UPTET


UP Cabinet Decision Regarding - UPTET



Source : http://information.up.nic.in/View_hindinews.aspx?id=203
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As a blogger, my work is to share only information.


Government is employer and they have their rights to frame policy for selection. 
And please don't make inappropriate words on this blog. Only logical thought can be shared on this blog.


When I started blogging, I don't know this day come.


I share  information only for public interest / which can help public.

UPTET : टीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा



UPTET : टीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा


जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीते वर्ष आयोजित की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011 को कैबिनेट ने निरस्त न करते हुए उसे पात्रता परीक्षा का दर्जा देने का फैसला किया है। कैबिनेट के फैसले के बाद शिक्षकों का चयन पुरानी व्यवस्था के अनुसार हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक स्तर पर पाये गए अंकों के आधार पर जिला स्तर पर तैयार की जाने वाली मेरिट के जरिये होगा। पात्रता परीक्षा का दर्जा मिलने की वजह से टीईटी-2011 उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे। शिक्षकों के चयन की पुरानी व्यवस्था बहाल करने के लिए कैबिनेट को उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन करना होगा। साथ ही, 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जारी केंद्रीयकृत विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित नियमावली के आधार पर नये सिरे से जिला स्तर पर विज्ञप्ति जारी करनी होगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 11 फरवरी 2011 को राज्यों को जारी दिशानिर्देश में टीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा दिया था। मायावती सरकार ने 13 नवंबर को आयोजित टीईटी से महज चार दिन पहले एनसीटीई की मंशा के विपरीत टीईटी की मेरिट को ही शिक्षक चयन का आधार बनाने का फैसला किया था। इस मकसद से कैबिनेट ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली के नियम-14 में संशोधन किया था। विवादों व अनियमितता के घेरे में आये टीईटी-2011 के सभी पहलुओं का परीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की थी। समिति ने मुख्यमंत्री को टीईटी- 2011 को पात्रता परीक्षा का दर्जा देने की सिफारिश की थी। बाद में कैबिनेट को भेजे गए प्रस्ताव में दो और विकल्प जोड़े गए थे। इनमें से एक विकल्प टीईटी की मेरिट के आधार पर ही शिक्षकों का चयन करने का तथा दूसरा बीते वर्ष आयोजित टीईटी को निरस्त कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का था। कैबिनेट ने दोनों विकल्पों को खारिज कर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश पर मुहर लगायी। कैबिनेट के इस विकल्प पर मुहर लगाने की वजह से सरकार को तत्काल टीईटी आयोजित नहीं करना होगा। जिन्होंने उच्च प्राथमिक स्तर के लिए आयोजित टीईटी उत्तीर्ण की है, वे शासकीय सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए पात्र होंगे। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित टीईटी में 2,92,913 व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 2,64,928 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं


News Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-24 / Jagran (24.7.12)
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NEWS creates confusion - एनसीटीई की मंशा के विपरीत टीईटी की मेरिट को ही शिक्षक चयन का आधार बनाने का फैसला किया था

Because High-court earlier told - " Rules thus cannot be said to be contrary to NCTE guidelines. "
Source : http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/01/uptet-petition-against-selection-on.html
http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1608010

However Employer (Here Government) has many rights how to choose their employees and they are having team of experts/legal experts to solve problem. Additionally matter is still continue in Allahabad High court , who handle this issue from a long time. And hopefully everything will be cleared very soon.

Monday, July 23, 2012

UPTET : बेसिक शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट से


UPTET : बेसिक शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट से

राज्य सरकार ने आखिरकार अध्यापक पात्रता परीक्षा-2011 (टीईटी) को अर्हकारी परीक्षा बनाने का फैसला किया है। इसके लिए बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली को में बदलाव करके पुरानी व्यवस्था बहाल की जाएगी। साथ ही, भर्ती केलिए जारी वर्तमान विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित नियमावली के आधार पर जिला स्तर से विज्ञप्ति जारी कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी

अब सभी शिक्षा मित्र बनेंगे सहायक अध्यापक
प्रदेश सरकार अब शिक्षा मित्रों को बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात करेगी। इसके लिए उन्हें दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के जरिए दो साल की ट्रेनिंग दी जाएगी। दरअसल स्नातक शिक्षा मित्रों को दो चरणों में ट्रेनिंग दिलाने का निर्णय पिछले साल 11 जुलाई को लिया गया था। इसके तहत पहले बैच में 62 हजार शिक्षा मित्रों का प्रशिक्षण जुलाई 2011 से कराने का निर्णय हुआ। दूसरे बैच का प्रशिक्षण जुलाई 2013 से होना है। कैबिनेट ने दूसरे बैच के प्रशिक्षण को हरी झंडी दे दी है

News Source : http://www.amarujala.com/National/akhilesh-yadav-revenge-mayawati-decision-change-8-district-name-30027.html / Amar Ujala (23.7.12)
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Selection process is changed , Old process of selection - Educational Merit is going to used in UP Teachers selection.

UP govt order on teachers' appointment



UP govt order on teachers' appointment


Lucknow, Jul 23 (PTI) Uttar Pradesh government today decided to appoint Teachers' Eligibility Test (TET) passouts and Siksha Mitra (adhoc primary teachers) in government schools.

The decision was taken at a meeting of the state cabinet chaired by Chief Minister Akhilesh Yadav.

TET examinations held during the previous Mayawati regime were mired in controversy after arrest of Director Secondary Education Sanjay Mohan for allegedly manipulating the list of passouts.

News Source : http://www.ptinews.com/news/2816667_UP-govt-order-on-teachers--appointment
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Uttar Pradesh government today decided to appoint Teachers' Eligibility Test (TET) passouts and Siksha Mitra (adhoc primary teachers) in government schools.

The decision was taken at a meeting of the state cabinet chaired by Chief Minister Akhilesh Yadav.

TET examinations held during the previous Mayawati regime were mired in controversy after arrest of Director Secondary Education Sanjay Mohan for allegedly manipulating the list of passouts.

The TET aspirants were holding agitations since then demanding that the examination should not be cancelled and those who had cleared it should be appointed as teachers.
The candidates, who cleared TET 2011, could now be appointed as teachers in schools run by Basic Education Department and aided and private schools, an official release said.

The cabinet also decided to appoint Siksha Mitra as assistant teachers in primary schools after two years of training through distance learning. Earlier, they were working in primary schools on adhoc basis on a fixed honorarium. As many as 1.24 lakh eligible Siksha Mitra holding bachelor degree would be provided training in two phases.



News Source : http://www.business-standard.com/generalnews/news/up-govt-orderteachers-appointment/35842/ / Business Standard (23.7.12)
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UPTET 2011 is now safe and not cancelled.However selection process is in state of confusion in many candidates' mind.

About UPTET 2011


About UPTET 2011


As per info circulated on FB (by Ms. Sarika,)  And after reading Hindustan Epaper(23.7.12), Page No. 11,
 I found following : -



News Source : http://paper.hindustantimes.com/epaper/viewer.aspx ( Lucknow Edition , 23.7.12, Pg No. 11)
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However , today in cabinet meeting a great relief to TET candidates is given for NOT cancelling TET examination, And alternative solution is going to search to recruit UPTET 2011 candidates.


Hope  for a positive decision for recruitment arrive shortly and life of all candidates fill with Cheer & Joy.

Please do not fight, OR abuses to anybody for base of selection. Always put valid points.And keep hope in life.

UPTET 2011 : टीईटी परीक्षा कैंसिल नहीं होगी

UPTET :  टीईटी परीक्षा कैंसिल नहीं होगी


अखिलेश ने पलटा मायावती का फैसला, 8 जिलों के नाम बदले

कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि छत्रपति साहू जी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय का नाम वापस से पुराना ही होगा। इसे केजीएमयू कहा जाएगा। वहीं बैठक में फैसला लिया गया कि टीईटी परीक्षा कैंसिल नहीं होगी। इस टीईटी को सिर्फ अर्हता टेस्ट माना जाएगा

News Source : http://khabar.ibnlive.in.com/news/77774/1 / IBN Live (23.7.2012)
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 मंत्रिमंडल ने इसके साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (ट्रीईटी) के परिणाम को रद्द करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। राज्य सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए कोई वैकल्पिक इन्तजाम करेगी



News Source : http://www.livehindustan.com/news/location/rajwarkhabre/article1-UP-Sp--39-0-244821.html / Live Hindustan (23.7.12)
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Good News for UPTET 2011 candidates, UPTET 2011 will NOT cancelled.


However selection base is NOT clear, But be positive and grateful for Government.
Future of TET candidates is saved, And may be shortly candidates will have joining letter.


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की हुंकार हमारी नियुक्ति करे सरकार

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की हुंकार हमारी नियुक्ति करे सरकार




टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सरकार को चेताया है कि यदि उनकी नियुक्ति मूल विज्ञापन के आधार पर नहीं हुई तो वे पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। आंदोलन के दौरान सूबे के सभी बेसिक कार्यालयों में तालाबंदी कर कामकाज ठप करेंगे।


रविवार को टाउनहाल में आयोजित बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों ने हुंकार भरते हुए प्रदेश सरकार से शीघ्र नियुक्ति करने की मांग की। बैठक को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि हम अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। अनुराग मल्ल ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार हमारे विरुद्ध निर्णय लेती है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। बालेन्दु तिवारी ने कहा कि पारदर्शी तरीके से परीक्षा उत्तीर्ण कर नियुक्ति का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को प्रदेश सरकार गुमराह कर रही है।


बैठक में प्रमुख रूप से गौरीशंकर पाठक, अमरदेव सिंह, रघुवंश शुक्ला, प्रकाशनाथ तिवारी, संदीप कुशवाहा, आत्म प्रकाश मिश्र, राजीव दीक्षित, नूर आलम, बृजेश दूबे, विकास पाण्डेय, विष्णुदेव सिंह, भालेन्दु नाथ तिवारी, दिलीप गुप्ता, शचीन्द्र दूबे, शिरीश  सिंह, अनिल सिंह, संतोष कुशवाहा, जय प्रकाश, संतोष त्रिपाठी, रमेश शर्मा, वसीम अख्तर, दीपक सिंह, रामाश्रय यादव, ज्योर्तिमय पाठक, डा. राजन त्रिपाठी तथा मुन्ना विश्वकर्मा समेत अनेक टीईटी अभ्यर्थी मौजूद थे


News Source : - http://www.jagran.com/uttar-pradesh/jyotiba-phule-nagar-9496580.html / Jagran ( 23.7.12)
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टीईटी मेरिट पर चयन को अड़े अभ्यर्थी



ज्योतिबा फुले नगर ।


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी टीईटी मेरिट के आधार पर ही चयन को अड़ गए हैं। टीईटी अभ्यर्थियों ने उन्होंने सरकार से टीईटी मेरिट पर ही चयन करने की मांग की है। साथ ही टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से एकजुटता का भी आह्वान किया।


रविवार को अम्बेडकर पार्क में आयोजित टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में 23 जुलाई को होने वाली केबिनेट की मीटिंग में आने वाले निर्णय पर चर्चा की गई। संयोजक राजेंद्र सिंह ने टीईटी मेरिट के आधार पर ही अभ्यर्थियों का प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर चयन किए जाने की सरकार से मांग की गई। इस दौरान सतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार टीईटी को निरस्त न करे बल्कि टीईटी की मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर चयन करे। सौरभ सक्सेना ने कहा कि यदि सरकार टीईटी की मेरिट के अतिरिक्त कोई निर्णय लेती है तो सरकार के निर्णय के विरूद्ध टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी कोर्ट का दरवाजा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में मनोज गौतम, चेतन स्वरूप, पंकज कुमार, विश्वकांत, गोविंद कुमार, नीरज सैनी, मनोज कुमार, अनवर हुसैन, अनीस अहमद, सलीमुद्दीन, विपिन कुमार, जावेद अख्तर, रजनीश कुमार, अशोक कुमार, राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, सुखवीर सिंह, विवेक कुमार आदि मौजूद रहे


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/jyotiba-phule-nagar-9496580.html / Jagran (23.7.12)
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I hope matter will be clear today in cabinet meeting of UP, Base of Selection - TET Merit / Acad. Merit etc.


And pray to God a good decision will come to make happy every candidate.

Sunday, July 22, 2012

UPTET : मशाल जुलूस निकाल शासन को चेताया


UPTET : मशाल जुलूस निकाल शासन को चेताया

•अभ्‍यर्थियों ने टीईटी मेरिट से शिक्षकों की भर्ती की मांग 

हापुड़। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मशाल जुलूस निकाल कर शासन को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर की जाए। पूर्व के शासनादेश को बदलने या रद्द करने पर उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।




शनिवार शाम सात बजे नगर पालिका परिषद के पार्क से जुलूस निकाला गया। मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुशवीर सिंह ने कहा कि सपा सरकार के मंत्री टीईटी के संबंध में लगातार बयान जारी कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कह रहे हैं। इससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। जिला महामंत्री जितेंद्र सिद्दू ने कहा कि पूर्व सरकार द्वारा जारी किये गये विज्ञापन के अनुसार ही प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए। रैली में कोषाध्यक्ष अमित, राजीव अकड़ौली, सुभाष कुमार, फजलुर्रहमान, ललित कुमर गौड़, दिनेश शर्मा आदि शामिल रहे


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It felt that tomorrow in UP cabinet meeting - Everything will be clear about UPTET 2011 and a good decision is expected from UP cabinet about future of lakhs of TET candidates.
We hope yuva CM will take good decision to engage Unemployed TET Qualified Youth and effectively implement RTE.

KVS : टीजीटी भर्ती के परिणाम घोषित करने पर रोक


KVS : टीजीटी भर्ती के परिणाम घोषित करने पर रोक

Stay on Kendriye Vidhyalay Sanghtan (KVS) Recruitment for the post of TGT due to change in Pre Decided Process

जोधपुर । केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण की जोधपुर पीठ ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टी.जी.टी.) भर्ती के परिणाम घोषित करने पर अंतरिम रोक लगा दी है। यह आदेश जोधपुर पीठ के सदस्य डॉ. के.बी.एस. रंजन व बी.के. सिंह ने याचिकाकर्ता मुकेश हर्ष की ओर से अधिवक्ता राजीव पुरोहित की याचिका पर सभी पक्षों को सुनने के बाद पारित किया है


अधिकरण ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन को याचिका का दो सप्ताह में जवाब पेश करने का आदेश देते हुए कहा कि वे टी.जी.टी. की भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप नहीं दें तथा न ही परिणाम घोषित करें। याचिकाकर्ता हर्ष की ओर से केन्द्रीय विद्यालय संगठन पर आरोप लगाया गया कि टी.जी.टी. भर्ती प्रक्रिया में नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। यहां तक कि विज्ञप्ति में बताई भर्ती प्रक्रिया से हट कर बिना मुख्य परीक्षा लिए ही सीटीईटी के आधार पर वरीयता निर्धारित कर अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है

जबकि भर्ती के लिए जारी विज्ञप्ति में प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा तथा उसके बाद साक्षात्कार के आधार पर चयन प्रक्रिया बताई गई थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि भर्ती प्रक्रिया के विज्ञप्ति से हट कर नई चयन प्रक्रिया अपनाना विधि सम्मत नहीं है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन की ओर से याचिका का जवाब पेश करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा गया। अधीकरण ने भर्ती प्रक्रिया का परिणाम घोषित करने पर रोक लगाते हुए मामले की सुनवाई 9 अप्रेल को करने का आदेश दिया


News Source : http://www.pressnote.in/Jodhpur-News_159946.html
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A similar case can be happen in UP, If we correlate UP Primary Teacher Recruitment with KVS (TGT) Recruitment on the following lines -
 टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा घोषित करने पर इस बात की संभावना भी है कि परीक्षा में ऊंची मेरिट हासिल करने वाले ऐसे अभ्यर्थी जो अनियमितता में शामिल न हों, वे अदालत का दरवाजा खटखटायें। हालांकि परीक्षा उत्तीर्ण करने के कारण ऐसे अभ्यर्थी अर्ह माने जाएंगे

As UPTET candidate already wait from a long time for removal of STAY in teachers recruitment, 
And If process changes then how long we have to wait for selection, if another stay happens like KVS Recruitment.
And if matter escalated up to Supreme Court then when will decision comes, and when will selection start.

UPTET : टीईटी पर कैबिनेट की होगी अग्निपरीक्षा


UPTET : टीईटी पर कैबिनेट की होगी अग्निपरीक्षा


- सुझाये गए तीनों विकल्प के हैं अपने-अपने गुण-दोष

लखनऊ, जाब्यू : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए पिछले साल आयोजित की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के बारे में फैसला करना कैबिनेट के लिए आसान न होगा। सत्तारूढ़ होने के साथ ही सपा सरकार के गले की हड्डी बनी इस परीक्षा के बारे में निर्णय करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कैबिनेट को भेजे गए प्रस्ताव में तीन विकल्प सुझाये हैं। कैबिनेट की कश्मकश इसलिए भी होगी कि तीनों विकल्प के अपने गुण-दोष हैं

यदि पहले विकल्प के तौर पर कैबिनेट गत वर्ष आयोजित टीईटी की मेरिट को ही चयन का आधार बनाने का फैसला करती है तो इससे अनियमितता और भ्रष्टाचार में संलिप्त कई अभ्यर्थी शिक्षक नियुक्त हो जाएंगे। यह उन योग्य और मेधावी अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा जो अनियमितता के कारण चयनित न हो सके। यदि कैबिनेट इस विकल्प पर मुहर लगाती है तो संदेश यह जाएगा कि सरकार ने भ्रष्टाचार को आत्मसात किया है। इससे शासन को अदालत में फजीहत का सामना करना पड़ सकता है।

यदि कैबिनेट टीईटी 2011 को शिक्षक चयन का आधार न बनाने पर रजामंद होती है तो कई ऐसे अभ्यर्थी जो भ्रष्टाचार में शामिल नहीं थे लेकिन टीईटी में अच्छे अंक हासिल करने के कारण चुने जाते, वे अदालत की शरण में जा सकते हैं। टीईटी को चयन का आधार न बनाने पर शासन को उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन करना पड़ेगा। साथ ही 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नवंबर 2011 में जारी की गई केंद्रीयकृत विज्ञप्ति को रद कर नये सिरे से जिला स्तर पर विज्ञप्ति जारी करनी होगी

यदि दूसरे विकल्प के तौर पर कैबिनेट मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिश को मानते हुए टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा का दर्जा देने और शिक्षकों का चयन पहले की तरह उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर करने पर सहमत होती है तो इससे चयन प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार का प्रभाव न के बराबर रह जाएगा। ऐसा करने से शासन को तुरंत टीईटी आयोजित करने की जहमत से भी निजात मिलेगी

टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा बनाने की स्थिति में शासन को बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन करना होगी। संशोधित नियमावली के आधार पर पुरानी विज्ञप्ति को निरस्त कर जिला स्तर पर फिर से विज्ञप्ति जारी करनी होगी। हालांकि बीएड योग्यताधारी अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्त करने के लिए एक जनवरी 2012 तक के लिए निर्धारित की गई समयसीमा को एनसीटीई से अनुरोध करके आगे बढ़वाना होगा टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा घोषित करने पर इस बात की संभावना भी है कि परीक्षा में ऊंची मेरिट हासिल करने वाले ऐसे अभ्यर्थी जो अनियमितता में शामिल न हों, वे अदालत का दरवाजा खटखटायें। हालांकि परीक्षा उत्तीर्ण करने के कारण ऐसे अभ्यर्थी अर्ह माने जाएंगे

वहीं तीसरे विकल्प के तौर पर यदि टीईटी को निरस्त कर फिर से परीक्षा करायी जाती है तो अनियमितता में संलिप्त अभ्यर्थियों के चयन की गुंजायश खत्म हो जाएगी। इस विकल्प पर अमल करने का एक नतीजा यह होगा कि जो अभ्यर्थी गत वर्ष आयोजित टीईटी की अनियमितता में शामिल नहीं थे लेकिन परीक्षा उत्तीर्ण करने पर जिनको अर्हता प्रमाणपत्र उपलब्ध कराये जा चुके हैं, वे हतोत्साहित होंगे। इसके अलावा, नये सिरे से टीईटी आयोजित करने पर शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने में और देर लगेगी। परीक्षा को निरस्त करने की स्थिति में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट देने के साथ पिछले साल की परीक्षा के लिए नि:शुल्क आवेदन पत्र जमा करने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा शुल्क फिर से माफ करना होगा


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मुझे समझ नहीं आता की अगर धांधली हुई तो दोषियों को कड़ी सजा क्यों नहीं दी जाती , जिससे आगे की भर्ती में घोटाला न कर सकें |
जितने भी अभ्यर्थी / अधिकारी दोषी पाए जाते हैं . सबके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए |
सभी अभ्यर्थीयों  का विवरण - नाम , टी ई टी अनुक्रमांक , टी ई टी प्राप्तांक , हाई स्कूल , इंटर, ग्रेजुएसन के मार्क्स , कोलेज, बोर्ड आदि  के नाम 
जिससे पारदर्शिता आये व दोषियों को बेनकाब करना में आसानी हो सके 

और अगर ऐसे अभ्यर्थीयों ने  टी ई टी (लेवल - २ ) भी दिया  है तो उसका भी सम्पूर्ण विवरण साथ ही दे दिया  जाए |
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जब तक दोषी अभ्यर्थीयों के नाम सामने नहीं आते , तब तक धांधली की बात कैसे साबित होगी |

क्या चयन का आधार बदलने से धांधली ख़त्म हो जायेगी और विविध बोर्ड की असमानता , सम्पूर्णानन्द जैसे धांधली के मामले सामने नहीं आयेंगे 

क्या टी ई टी मेरिट से चयन के बाद स्क्रीनिंग परीक्षा नहीं कराई जा सकती , जो अब तक के भर्ती किये हुए सारे शिक्षकों  के लिए हो |
तमिलनाडु में जो शिक्षक २ वर्ष में  टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाता है उसको नोकरी से बाहर का रास्ता दिखने का प्रावधान है |

" टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा घोषित करने पर इस बात की संभावना भी है कि परीक्षा में ऊंची मेरिट हासिल करने वाले ऐसे अभ्यर्थी जो अनियमितता में शामिल न हों, वे अदालत का दरवाजा खटखटायें। हालांकि परीक्षा उत्तीर्ण करने के कारण ऐसे अभ्यर्थी अर्ह माने जाएंगे।"


Kya kisee ko koee aisa candidate pata hai, jisne marks fraud kar ke prapt kiye hain, unka Roll No. etc.
Uske baare mein Sarkaar ko jaroor bataye. Aur yahan roll no. de sake/ va karan to bhee logo ko pata to lagega kee fraud hua hai.

Saturday, July 21, 2012

TNTET : Afraid of flunking test, teachers seek grace marks


TNTET : Afraid of flunking test, teachers seek grace marks



CHENNAI: Candidates who took the Teachers Eligibility Test (TET) have kicked up such a fuss about the exam being difficult that the state government plans to give 5-10% additional marks to those who fall short of the required 60%. 


Officials said a final decision would be taken after the TET evaluation is completed. 


About 6.5 lakh aspirants, many of whom are already teachers, appeared for the exam, held for the first time on July 12. There are 25,000 vacant teachers' posts in government schools in Tamil Nadu and only candidates who have cleared the TET, conducted by the Teachers Recruitment Board, qualify for these posts. 


Candidates employed in private or government schools will not be eligible to continue as teachers if they fail to clear the test within two years. 


Following the protests against the TET, the government has decided to conduct the test again in December to give a second chance to those who fail to make the cut.


News Source : http://timesofindia.indiatimes.com/home/education/news/Afraid-of-flunking-test-teachers-seek-grace-marks/articleshow/15068908.cms / Times of India ( 21.7.12)
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From news, it seen candidates are afraid of their failure in exam and looking for grace marks.
And how tough this exam was.


If employed teachers failed in exam and unable to clear in two years ( 2 years) then they will be job will be terminated and expelled from system.


It made a great fear in candidate's mind and they are looking for grace marks if they failed.


I also wrote on similar lines for UPTET 2011 candidates, that candidate can be selected through TET merit. But if government have any doubt on their efficiency then government can allow UPTET 2011 candidates (And for UP Teachers) to appear in next TET examinations, And if they failed two times in examination then necessary action can be taken to maintain quality in education system.

UPTET - टीईटी और घोटाला


UPTET - टीईटी और  घोटाला 

मेरे ख्याल से टी ई टी में अगर कोई  घोटाला हुआ है तो ऐसे अभ्यर्थीयों को ढूंढ निकालने का  सबसे आसान तरीका  -
सभी टी ई टी अभ्यर्थीयों के नाम , टीईटी मार्क्स , उनके अकादमिक मार्क्स वेबसाईट पर सर्व जनिक कर दिए  जाने चाहिए | और वेब साईट पर एक फीड बेक फॉर्म जोड़ दीया जाना चाहिए |
जनता के बीच अभ्यर्थीयों के नाम सार्वजनिक हो जाने पर , आसानी से बहुत से लोग किसी अभ्यर्थी के बारे में अधिक जानकारी दे सकेंगे | और बेईमान अभ्यर्थी तक पहुंचना आसान हो जाएगा |

मेने देखा कि एल टी ग्रेड महिला शिक्षकों के चयन हेतु लिस्ट काफी समय से सार्वजानिक नहीं की गयी |
और जब सार्वजानिक की गयी है तो उसमें अन्य विवरण भी जोड़ा जाना चाहिए - उनके हाई स्कूल , इंटर , ग्रेजुएसन मार्क्स / प्रतिशत , बोर्ड का नाम आदि दिए जाने चाहिए |
साथ ही ज्वाइनिंग तारीख आदि दी जानी चाहिए | और ये भी बताना चाहिए कि आगे की भर्ती प्रक्रिया के बारे में अभ्यर्थीयों को  सूचित किया जा रहा है कि नहीं 

UPTET - Matter is Highly Complicated


UPTET - Matter is Highly Complicated

See News  : -




News Source : http://paper.hindustantimes.com/epaper/viewer.aspx (Lucknow Edition 21.7.12 , Page No. - 14)
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मेरा मानना है  ,
उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती के नियम बन चुके थे , भर्ती विज्ञापन निकल चुका था , परीक्षा आयोजित हो चुकी थी , आवेदन फार्म की फीस जमा  हो   चुकी थी 
जब  एक  बार  पहले  से  ही  भर्ती  का  आधार  तय  है . तो   उसमें   बदलाव  तो  नयी  समस्यायों को  उत्पन्न  करेगा . मामला  बिलकुल  साफ़  है  - टेट  मेरिट  और धांधली वाले अभ्यर्थीयों /अधिकारीयों को कड़ी से कड़ी सजा देना | जिससे ऐसे लोग आगे किसी और प्रक्रिया में गड़बड़ी न कर सकें |


हालाँकि सरकार को अगर , अभ्यर्थीयों की योग्यता पर शक हो तो एक स्क्रीनिंग परीक्षा , भर्ती के बाद आयोजित कर सकती है , जिसमें समस्त प्राथमिक शिक्षक (सम्पूर्ण यू पी के शिक्षक )
भाग लें , और असफल अभ्यर्थीयों को बाहर किया जा सकता है 


ये भी तो हो सकता है कि अभ्यर्थी स्वयं अपनी बेगुनाही / ईमानदारी का सबूत - अपनी ओ एम् आर कापी कि प्रति दिखाते हुए भर्ती की मांग न करने लग जाएँ |
क्योंकि नियमानुसार तो वे भर्ती के पात्र हो सकते हैं |
फिर या तो सरकार को उन सभी लोगो को बेईमान साबित करना पडेगा 

UPTET - टीईटी परीक्षा और चयन का आधार



UPTET - टीईटी परीक्षा और चयन का आधार 

कुछ एकेडमिक सपोर्टर , टी ई टी मेरिट होल्डर्स पर आरोप लगा रहे हैं कि - आई ए एस , पी सी एस की परीक्षा में बैठे (अगर वे इतने ही होशियार हैं )|
पर यही बात इन एकेडमिक सपोर्टर्स पर भी लागु होती है कि - अगर ये लोग इतने मेधावी हैं पदाई में , तो प्राथमिक शिक्षा में क्यूँ आना चाहते हैं |


प्राथमिक शिक्षकों के लिए चयन का आधार (टी ई टी अंकों के आधार पर )  पहले ही तय हो चुका था और यह परीक्षा सभी अभ्यर्थीयों के लिए सामान थी |
अत: कुछ लोगो को ये कहना कि - इतने होशियार हो तो आई ए एस बनो इत्यादि , बेहद गलत है |
अदालत पहले भी ऐसे मामलों को गंभीरता से ले चुकी है , और ४.५ लाख रूपए का जुर्माना भी लगा चुकी है |


क्या चयन का आधार बदलने से धांधली करने वाले लोग बहार हो जायंगे (या पहले जो चयन सम्पूर्णानन्द यूनिवर्सिटी आदि से हुए थे , अब नहीं होंगे )

कुछ लोगो का कहना है कि - ९० मिनट की परीक्षा = सारी जिन्दगी की पदाई, कैसे हो सकती है |

में सिर्फ यह कहना चाहूंगी कि टी ई टी परीक्षा (प्राथमिक लेवल ) , सिर्फ प्राथमिक शिक्षा हेतु विशष परीक्षा है | और इस परीक्षा का समावेश शिक्षा में सुधार हेतु किया गया है |
अत इस परीक्षा के अंकों का महत्व बेहद ज्यादा है |

बेंक इत्यादि में भी क्लर्क व आफिसर के लिए अलग अलग एप्टीटुड टेस्ट / परीक्षाएं होती हैं |

आप लोगो ने देखा होगा की के वी एस ने सीटीईटी परीक्षा की उच्च कट ऑफ़ अभ्यर्थीयों को ही साक्षात्कार के लिए बुलाया और सारे हिंदुस्तान  में चयन के लिए टी ई टी अंकों का उपयोग लिया जा रहा है |

प्राथमिक शिक्षा में अकादमिक अंकों को चयन का आधार बनाने के बाद कई बार फर्जी वाडा देखने को भी मिला , और अलग अलग बोर्ड, यूनिवर्सिटीयों  की मार्किंग पद्दति भिन्न होने से सबको सामान अवसर नहीं मिल 
पाता |
अकादमिक अंकों का भी महत्व है और उनका  न्याय संगत तरीके से 30-35/उचित   प्रतिशत वेटेज दिया जा सकता है (जैसे  आई आई टी चयन प्रक्रिया में यू पी बोर्ड 65 % अभ्यर्थीयों को , सी बी एस ई 78 % अभ्यर्थीयों के समतुल्य माना गया है )

अगर अकादमिक अंको से चयन की बात की जाए तो कभी यू पी बोर्ड टोपर दिल्ली के श्री राम कालेज ऑफ़ कोमर्स आदि में चयनित नहीं हो सकता , क्यूंकि यू पी बोर्ड टोपर  ९५  % से अधिक अंक नहीं ला पाते और श्री राम कालेज ऑफ़ कोमर्स की कट ऑफ़ सामन्यता ९५ % से ऊपर रहती है |
लेकिन बहुत से यू पी बोर्ड अभ्यर्थी - आई आई टी , एम्स चयनित हो जाते हैं और चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा आदि में अच्छा प्रदर्शन करते हैं 
इन बातों को देखते ही केंद्र सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलोजी द्वारा दी जा रही फेलोशिप में स्केलिंग पद्दति द्वारा विविध बोर्ड के अभ्यर्थीयों के लिए अलग अलग कट ऑफ़ निर्धारित की है  |
See :


Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43